नयी दिल्ली. हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए हाल में कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को राज्य से पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ यहां बैठक की. बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, पर्यवेक्षक सचिन पायलट और प्रताप सिंह बाजवा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख एवं सांसद प्रतिभा सिंह सहित पार्टी के अन्य नेता शरीक हुए. इस दौरान बघेल ने बूथ प्रबंधन प्रशिक्षण देने और चुनाव से पहले जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने पर चर्चा की.
बैठक के बाद पायलट ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश में वर्तमान सरकार के प्रति व्यापक स्तर पर रोष है, लोग महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहे हैं. हम एकजुट होकर यह चुनाव लड़ेंगे और बहुमत हासिल करेंगे.’’ सूत्रों ने बताया कि प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष सुखंिवदर सिंह सुक्खू और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष विनय कुमार सहित पार्टी के कई नेताओं ने प्रचार अभियान को आगे बढ़ाने के बारे में विचार-विमर्श किया तथा मीडिया से जुड़ी रणनीति पर चर्चा की.
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से हटाकर वापसी करना चाहती है. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस को पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) से शिकस्त का सामना करना पड़ा था. वहीं, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी पार्टी (कांग्रेस) का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जबकि भाजपा ने इन चारों राज्यों में सत्ता बरकरार रखी.
इस बीच, बघेल के करीबी सूत्रों ने मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सहयोगी टी एस सिंह देव के बीच कथित तनाव के मद्देनजर पार्टी आलाकमान से उनकी (बघेल की) मुलाकात की अटकलों को खारिज कर दिया.
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