पशु चिकित्सकों के टीम ने जंगली नर हाथी की मृत्यु उम्रदराज होने के कारण प्राकृतिक होना बताया
रायगढ़, 24 नवम्बर 2022/ वन मंडलाधिकारी धरमजयगढ़ ने जानकारी देते हुए बताया कि वृत्त वन अधिकारी (परिक्षेत्र सहायक)धरमजयगढ़ पूर्व अंतर्गत 22 नवम्बर 2022 को पोटिया परिसर के वनक्षेत्रों में परिसर रक्षक पोटिया एवं परिक्षेत्र सहायक धरमजयगढ़ पूर्व, वन प्रबंधन समिति अध्यक्ष एवं ग्रामीण हाथी टै्रकरों के साथ एंटी स्नेयर वॉक के दौरान वन क्षेत्र कक्ष क्रमांक 400 आरएफ स्थानीय नाम जामघाट दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में 1 नग जंगली हाथी मृत अवस्था में पाया गया। जिसकी सूचना परिसर पोटिया के द्वारा वन परिक्षेत्राधिकारी धरमजयगढ़ एवं उप वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ तथा वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही उप वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ एवं वन परिक्षेत्राधिकारी धरमजयगढ़ अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ मौका स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया गया। मौका निरीक्षण में पाया गया कि जंगली हाथी जामघाट के पहाड़ में दो पेड़ों के बीच औधे, मुंह गिरा हुआ दांत जमीन में आधा धसा हुआ मृत पाया गया। निरीक्षण में मृत जंगली हाथी का संपूर्ण अंग सुरक्षित पाया गया। घटना के स्थल के आसपास मौका निरीक्षण किया गया जिसमें किसी प्रकार के अवैध विद्युत तार, फंदा आदि नहीं पाया गया। रात्रि हो जाने के कारण अधीनस्थ कर्मचारियों को घटना स्थल में देखरेख हेतु ड्यूटी लगाया गया तथा वन अपराध प्रकरण क्रमांक 14122/23 दिनांक 22.11.2022 जारी किया गया। पशु चिकित्सा अधिकारियों को शव परीक्षण हेतु सूचना दिया गया।
दिनांक 23 नवम्बर 2022 को प्रात:घटना स्थल एवं 01 कि.मी.की दूरी में सघन भ्रमण कर निरीक्षण एवं संदिग्ध स्थलों का निरीक्षण किया गया। मृत नर हाथी के शव का पोस्टमार्टम पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा विधिवत वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़, उप वनमंडलाधिकारी की उपस्थिति में कराया गया। पोस्टमार्टम उपरंात जंगली हाथी के शव को वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ एवं उप वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ के समक्ष विधिवत करते हुए शव दहन की कार्यवाही किया गया। पशु चिकित्सकों के टीम द्वारा जंगली नर हाथी के मृत्यु का कारण उम्रदराज होने के कारण प्राकृतिक मृत्यु होना बताया गया है, प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही जारी है।
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