रायपुर। दिनांक 02/12/2022। मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि गुजरात चुनाव को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित भाजपा ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है तथा भाजपा को गुजरात विधानसभा चुनाव में पराजय का आभास हो चुका है। भाजपा अपनी बची खुची साख को बचाने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं अमित शाह सहित सभी भाजपाई नेताओं के चेहरे पर हवाईयां उड़ती नजर आ रही है। गुजरात के 27 साल के भाजपाई कुशासन से जनता त्रस्त हो चुकी है तथा भाजपा से छुटकारा पाने का मन बना चुकी है। असहनीय मंहगाई और बेरोजगारी से गुजरात की जनता निजात पाना चाहती है। भाजपा द्वारा संकल्प पत्र एवं सार्वजनिक भाषणों में बांटी जा रही रेवड़ियों की भुक्तभोगी गुजरात की जनता पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। सत्ता परिवर्तन की लहर ने स्थायित्व का रूप धारण कर लिया है।
रिजवी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड़से के उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अप्रत्यक्ष सहमति से गोड़से का मंदिर बनाने की छूट देकर अपनी मौन स्वीकृति देकर देशद्रोह का कृत्य किया है। मंदिर भगवान का ही बनता है, परन्तु भाजपा की मौन स्वीकृति ने हत्यारे गोड़से को भगवान की श्रेणी में ला खड़ा किया है, जो देशद्रोह के साथ-साथ अधर्मी कृत्य है। राष्ट्रपिता के हत्यारे को भगवान का दर्जा देने वाली भाजपा को अब और गुजरात की जनता बर्दाश्त करने वाली नहीं है। आज तक किसी भी भाजपाई ने गोड़से के मंदिर निर्माण करने की भर्त्सना नहीं की है जो भाजपाईयों की गांधी विरोधी स्तरहीन मानसिकता को दर्शाता है। गुजरातवासियों ने महात्मा गांधी के हत्यारे का मंदिर बनाने वाले दल (भाजपा) को चुनाव में सिरे से नकारने का मन बना लिया है।
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