नर्मदा धाम जुनवानी में आयोजित पंचकुंडीय रुद्र महायज्ञ एवं सप्तदिवसीय श्री मद्भागवत ज्ञान यज्ञ के कथा व्यास परमपूज्य ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद जी महाराज कवर्धा क्षेत्र के गांवों में भक्तजनों को यज्ञ में आहुतियां देकर अपने जीवन को कृतार्थ करने व पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए सबको आमंत्रित करने गांव गांव घूम कर जागृत कर रहे हैं इसी तारतम्य में महाराज जी का शुभागमन ग्राम घुघरी कला में हुआ। समस्त ग्राम वासियों ने राम नाम संकीर्तन के साथ बाजे गाजे के साथ महाराज जी का स्वागत किया तथा प्रभात कीर्तन के संयोजक राम राम पटेल के घर में महाराज जी का पूजन वंदन किया गया। इस अवसर पर महाराज जी ने ग्राम वासियों को उपदेश देते हुए बताया कि संतों का मिलन रामचरितमानस के अनुसार पुण्य पुंज बिनु मिलही नहीं संता। एवं राम कृपा बिनु मिल ही न संता । अर्थ समझाते हुए संतो के मिलन को सर्वश्रेष्ठ बताया तथा समस्त ग्राम वासियों को यज्ञ में आहुति अर्पण करने एवं कलश यात्रा में शामिल होने के लिए माताओं को आमंत्रित किया महामाया मंदिर प्रांगण में पूजन कर पश्चात ग्राम के श्री त्रिभुवन नाथ योगी के घर भक्तजनों को मीठा फल प्रसाद के रूप में प्रदान कर आशीर्वाद प्रदान किए महाराज जी ने ग्राम वासियों को इसके लिए बहुत-बहुत आशीर्वाद और धन्यवाद दिया की घुघरी कला से यज्ञ हेतु। 12193 रुपए 5.5 क्विंटल चावल 50 किलो गेहूं 15 किलो दाल 20 किलो आटा 1 किलो गाय का घी इकट्ठा करके नर्मदा धाम जिनवाणी में पहुंचाया गया है इसके लिए समस्त ग्रामवासी बधाई के पात्र हैं और आपके ग्राम के लोग एक दिन भंडारे में भोजन वितरण का कार्यक्रम करेंगे ऐसा दायित्व प्रदान किया गया। इसअवसर पर ग्राम के राम प्रसाद विश्वकर्मा योगेश नाथ योगी प्रदुम राम निर्मलकर सीताराम लालाराम गोपीनाथ शिवनाथ नरसिंह नाथ भगवान नाथ कपिल नाथ प्रमुख रूप से उपस्थित रहे क्षेत्र की ओर से श्री हलधर नाथ योगी एवं टुम्मन साहू जी महाराज जी के साथ निरंतर प्रवास कर रहे हैं।उक्त आशय की जानकारी मीडिया को ग्राम के भृगुनाथ योगी ने दी है।
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