मध्यप्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सड़कों पर ब्लेक स्पॉट चिन्हित कर स्थिति सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय-सीमा तय कर सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ सड़कों का सुधार कार्य किया जाए। ब्लेक स्पॉट के कारण दुर्घटनाएँ नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़कों से संबंधित विभाग तालमेल बनाकर कार्य करें। रोड इंजीनियरिंग के कार्य ठीक ढंग से किए जाएँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए। अभियान के तहत सख्ती से कार्य करें। लोगों की जिंदगी बचाना बेहद जरुरी है। छोटी-छोटी वीडियो फिल्मों के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। लोग हेलमेट लगाये एवं वाहन चलाने के नियमों का पालन करें। तकनीक का इस्तेमाल कर चालान बनाने की कार्यवाही करें। चालान की वसूली शत-प्रतिशत हो। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन देखने या बात करने से भी दुर्घटनाएँ होती हैं। ऐसी दुर्घटनाओं को सख्ती से रोका जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोगों की वाहन चलाते समय असावधानी रखने की गलत आदतें बदलने के लिए सजगता से कार्य करें। समाजसेवी, स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और जनता को जोड़ कर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि ड्राइविंग स्कूल खोलने के लिए प्रस्ताव भारत सरकार को भेजकर कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि वाहनों की फिटनेस जाँच का कार्य प्रभावशाली तरीके से किया जाए। हर जिले में ट्रामा केयर सेंटर्स खोले जाएँ। मवेशी रोड पर आवागमन को बाधित करते हैं, उनको हटाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पार्किंग की व्यवस्था अच्छी रहे। सड़कों से अतिक्रमण हटाने का भी अभियान चलाया जाए, जिससे ब्लेक स्पॉट न रहें। सड़क पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसे ध्यान में रखते हुए यातायात पुलिस की भर्तियाँ निरंतर जारी रहें।
अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति की जानकारी दी।
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