बैगा, भारिया और सहरिया परिवारों को पशुपालन से जोड़ने योजना शुरू की जाएगी – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

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मुख्यमंत्री ने आहार अनुदान योजना में सिंगल क्लिक से जारी की राशि
2 लाख 41 हजार 120 महिलाओं के खाते में अंतरित किये 24 करोड़ 11 लाख 20 हजार रूपए

भोपाल (IMNB). मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बैगा, भारिया और सहरिया परिवारों को पशुपालन गतिविधियों से जोड़ने के लिए राज्य सरकार योजना शुरू कर रही है। योजना में परिवारों को दो पशु, भैंस या गाय उपलब्ध कराई जाएगी, जिसकी 90 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए आहार अनुदान योजना इस उद्देश्य से आरंभ की गई थी कि महिलाएँ अनुदान की राशि अपने परिवार की बेहतरी के लिए खर्च करें। मुझे प्रसन्नता है कि बैगा, भारिया और सहरिया परिवारों की महिलाओं को उपलब्ध कराई जा रही प्रतिमाह एक हजार रूपए की राशि का महिलाओं ने सही तरीके से उपयोग किया है और इसके परिणाम भी बेहतर आए हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति की 2 लाख 41 हजार 120 महिलाओं के खाते में 24 करोड़ 11 लाख 20 हजार रूपए की अनुदान राशि सिंगल क्लिक से अंतरित कर वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह उमरिया से वर्चुअली सम्मिलित हुई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छिंदवाड़ा, उमरिया और श्योपुर की महिलाओं से वर्चुअली संवाद भी किया।

जनजातीय भाई-बहनों की बेहतरी में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आहार अनुदान योजना प्रदेश के 15 जिलों में संचालित है। इन जिलों के अलावा अन्य जिलों में रह रही विशेष पिछड़ी जनजाति की महिलाओं को योजना का लाभ दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जनजातीय भाई-बहनों की बेहतरी में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। ऐसे परिवार जिनके पास रहने की जगह नहीं है, उन्हें नि:शुल्क प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे और उनके घर बनाने की व्यवस्था भी की जाएगी।

हितग्राहियों से संवाद

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छिंदवाड़ा की श्रीमती रेशमा, उमरिया की श्रीमती दइजी बाई बैगा, श्योपुर की श्रीमती ऊषा और श्रीमती माया से वर्चुअली संवाद किया। श्रीमती रेशमा और श्रीमती दइजी बाई ने कहा कि आहार अनुदान से मिलने वाले पैसों से बच्चों को दूध एवं अन्य पोषक सामग्री उपलब्ध कराना सरल हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान को हितग्राही श्रीमती दइजी बाई ने उमरिया आने का निमंत्रण भी दिया।

संवाद में श्योपुर की हितग्राही श्रीमती ऊषा बताया कि वे स्व-सहायता समूह की गतिविधियों से जुड़ी हैं तथा टेबलेट से समूह की गतिविधियों का संचालन करती हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हितग्राही महिलाओं से खाद्यान्न वितरण और आयुष्मान कार्ड के संबंधी जानकारी भी ली।

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