भूमाफिया बन्धुओ व पंजीयक के गठजोड़ की कहानी भाग-6

Estimated read time 1 min read

0 भूमाफिया के भाई विवेक द्वारा रजिस्ट्री में लगाये गए चेक में नाम की जगह खाली
0 बगैर नाम के चेक से हुआ किसको भुगतान अनुसंधान का विषय

चंद्र शेखर शर्मा
IMNB ब्रेकिंग कवर्धा- हम लगतार सूदखोर भूमाफिया सराफा कारोबारी भाइयों की पटवारी और पंजीयक की मिलीभगत से अधूरे दस्तावेजो व गलत जानकारी के बावजूद हो रही बेधड़क रजिस्ट्री के पोल खोल सच्चाई जनता के सामने रख रहे है । गरीब किसानों का एक एक कागज चेक करने वाले अफसर भूमाफिया और उनके परिजनों के आगे नतमस्तक हो गुलाम की भूमिका निभा रहे है । मामले के खुलासे के बाद भी शासन प्रशासन के कानों में जूं तक नही रेंग रही ।
भूमाफिया ,पटवारी और पंजीयक कार्यालय की मिली भगत से जारी रजिस्ट्री रजिस्ट्री के खेल में 15 से 20 सालों में पंजीयक और पटवारी भले ही बदलते चले गए किन्तु नहीं बदला तो सिर्फ सराफा कारोबारी भूमाफिया बन्धुओ , पटवारी और पंजीयक के गठजोड़ से बगैर हस्ताक्षर के चेक और बगैर नाम के चेक , चौहद्दी से सरकारी जमीनों के नाम हटाने का खेल ।
आज हम भूमाफिया पंकज जैन के भाई विवेक जैन द्वारा खरीदी की गई जमीन जिसकी रजिस्ट्री जुन 2020 में 16 लाख 50हज़ार में कराई गई रजिस्ट्री में लगे दोनो चेक में विक्रेता के नाम नहीं लिखे गए है । 8 लाख 25 हज़ार के दो ब्लेंक चेक लगा कर रजिस्ट्री कराई गई है । उपपंजियक ने रजिस्ट्री के साथ लगे कागजात को जांचना तक उचित नही समझा ।
सनद रहे कि विवेक जैन द्वारा पूर्व में लाल तालाब के करीब खरीदी गई की जमीन की चौहद्दी में लाल तालाब तो दर्ज है किंतु लाल तालाब और विवेक की जमीन के बीच की सरकारी जमीन खसरा नम्बर 379 का कोई उल्लेख नहीं है जो तत्कालीन पटवारी की मिलीभगत के बिना संभव नही ।
आखिर भूमाफिया बन्धुओ और उनके परिजनों के प्रति उपपंजीयक व पटवारी इतने मेहरबान क्यो रहते आये है अनुसंधान का विषय है ।
चौहद्दी में हेरफेर बिना हस्ताक्षर व नाम के एकाध रजिस्ट्री में भूल हो सकती है किंतु भूमाफिया और उनके रिश्तेदारों के लगभग रजिस्ट्रियों में लगे चेक से हस्ताक्षर या नाम का छूटना सुनियोजित षड्यंत्र हो सकता है । आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा भूमाफिया और इनके रिश्तेदारों के 15 सालों में गई खरीदी बिक्री सोने चांदी के दुकानों के सीसी टीवी की फुटेज जांच करे तो और भी कई खुलासे हो सकते है ।

इस सम्बंध में पंजीयक ध्रुव पुराना मामला कह कर कुछ भी कहने से इंकार करते है ।
#जय_हो

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours