राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कबीरधाम जिले की महिला स्व सहायता समूह के 10 सदस्यों ने की सौजन्य मुलाकात

Estimated read time 1 min read

पंडरिया के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय की दीदियों ने देखी नई दिल्ली का अमृत उद्यान

कवर्धा 2 अप्रैल 2023। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से जिले की महिला स्व सहायता समूह की दस सदस्यों ने अमृत उद्यान का दर्शन कर सौजन्य भेट मुलाकात की। इस दौरान राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू को महिला समूह के सदस्यों ने बिरन माला भेंट स्वरूप दिया। विगत दिवस 28 मार्च से 31 मार्च तक अमृत उद्यान राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली विशेष समूह के दर्शन के लिए खोला गया था। जिसमें 31 मार्च को स्व सहायता समूह विशेषकर आदिवासी, विशेष पिछड़ी जनजाति की महिलाओं के लिए निर्धारित किया गया था। इसी क्रम में जिले की महिला समूह की सदस्यों ने नई दिल्ली में उपस्थित होकर अमृत उद्यान का भ्रमण करते हुए राष्ट्रपति से मुलाकात की। कबीरधाम जिले से पंडरिया विकासखंड के अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के श्रीमती धनमत, दशमी बाई, लक्ष्मीया, इंद्रावती, रामकली, फूलबत्ती, चंपा बैगा, बिंदा, पार्वती एवं सावनी बाई उपस्थित रही। राष्ट्रपति महोदया को समूह के सदस्यों ने बिरन माला भेट स्वरूप दिया जिसे प्राप्त करते हुए राष्ट्रपति ने कहा छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने इस संबंध में बताया कि राज्य शासन से प्राप्त निर्देशानुसार जिले अंतर्गत कार्यरत स्व-सहायता समूह के सदस्यों को नई दिल्ली राष्ट्रपति भवन में अमृत उद्यान दर्शन के लिए भेजा गया है। सभी महिलाएं विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय से हैं तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर महिलाएं अच्छा कार्य कर रही हैं। कलेक्टर श्री महोबे ने बताया कि कबीरधाम जिले के सात राज्य के अन्य दो जिले की महिलाएं इस कार्यक्रम में शामिल हुई है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम श्री संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत समूह से जुड़कर बैगा समुदाय की महिलाओं को यहा अवसर मिला है। महिलाओं को सुगमता पूर्वक जिले से लाने एवं ले जाने के लिए जिला स्तर पर श्री जय कैवर्थ एवं ब्लॉक स्तर के लिए सविता यादव नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई थी। महिला समूह द्वारा राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान का भ्रमण एवं राष्ट्रपति से हुई मुलाकात जिले के लिए गौरव का विषय है जिससे महिला स्व सहायता समूह में नई ऊर्जा का संचार होगा।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours