Category: लेख-आलेख
पहली बोलती फ़िल्म आलमआरा 0प्रस्तुति रवि के गुरुबक्षाणी
भारत में बनी पहली फिल्म 1913 में रिलीज़ हुई थी। तब से 100 साल से अधिक समय बीत चुका है और भारतीय सिनेमा ने कई [more…]
स्पेशल पेज ,,,,रवि के गुरुबक्षाणी
स्माइल प्लीज श्रीधर: मेरे लिएकोई खत है ? पोस्टमेन: आपकानाम क्या है ? श्रीधर: वह लिफ़ाफ़े पर जरूर लिखा होगा. ————————————————— मनीषा अपने तोते को [more…]
मत चूको योगी…! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
हमें तो फिक्र हो रही है। अपने योगी जी के ग्रह बहुत ठीक नहीं चल रहे हैं। कहीं ऐसा न हो कि अपने बाबा बुलडोजर [more…]
भारत के धुन पर झूम रही है दुनिया… नाच रहा है अमरीका.. नाचो! नाचो!! भारत का ऑस्कर में तांडव..
भारत के धुन पर झूम रही है दुनिया… नाच रहा है अमरीका.. नाचो! नाचो!! भारत का ऑस्कर में तांडव.. RRR के “नाटू नाटू” (नाचो नाचो) [more…]
चुनाव आयोग की स्वतंत्रता के हक में सुप्रीम प्रहार (आलेख : राजेंद्र शर्मा)
पुरानी कहावत है कि सचाई अक्सर कड़वी लगती है। कैंब्रिज विश्वविद्यालय में राहुल गांधी के भारत में जनतंत्र की वर्तमान दशा और दिशा पर चिंता [more…]
लघु कथा ….…………..……………रवि के गुरुबक्षाणी
लघु कथा एक गरीब आदमी था , वह रोज मंदिर जाता और सप्तम स्वर में ईश्वर से याचना करता – हे भगवन, मुझे रोटी दे [more…]
बुरा न मानो डैमोक्रेसी है! (व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा)
विपक्ष वालों की यही प्राब्लम है। खेलने चले आते हैं, पर जरा सी खेल भावना नहीं है। बताइए, त्रिपुरा में पहले तो भगवा पार्टी को [more…]
सरकार और चुनाव आयोग की निंदा और भर्त्सना है सुप्रीम कोर्ट का फैसला !!(आलेख : बादल सरोज)
भारत के चुनाव आयोग में नियुक्तियों को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ का 2 मार्च का फैसला – न्यायिक भाषा में कहें, तो स्पीकिंग [more…]
वह भीड़ जो जलूस नहीं बन पाई : इनको कोसें नहीं, इनसे बात करें !! (आलेख : बादल सरोज)
सीहोर के पास कथावाचक प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में इकट्ठा हुए 10 लाख लोगों ने जो पीड़ा, यंत्रणा और त्रासदी झेली उसकी खबर सबने [more…]
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम: टेक इट ईज़ी किसकी मां ने दूध पिलाया जो आॅटो में मीटर लगवा सके
आज एकाएक पेपर पढ़ते वक्त एक खबर पढ़कर विनोद खन्ना की याद आ गयी। बेहतरीन कलाकार स्मार्ट। पुरानी हेराफेरी में… र… र… र… र… हेराफेरी [more…]