Category: लेख-आलेख
उत्तर-पूर्व में भाजपा का ‘विजय रथ’ : मगर इस ‘जीत’ के पांव कहां हैं! (आलेख : राजेंद्र शर्मा)
इस वर्ष के विधानसभाई चुनाव के पहले चक्र की मतगणना के नतीजे आने के फौरन बाद, 2 मार्च की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजधानी [more…]
भरोसे का बजट: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के कल्याण के लिए संवेदनशील पहल
*विशेष लेख* सुश्री रीनू ठाकुर, सहायक जनसंपर्क अधिकारी* रायपुर, 09 मार्च 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा प्रस्तुत वर्ष 2023-24 के बजट में महिलाओं, [more…]
वर्ना होली की ठिठोली! (व्यंग्य आलेख : राजेंद्र शर्मा)
कोई हमें बताएगा कि आखिर ये हो क्या रहा है? मोदी जी के विरोधी वैसे तो नागरिक स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की आजादी और न जाने किस-किस [more…]
होली की उमंग आयुर्वेद के संग 0 खान-पान में रखें सावधानी, शराब, भांग और अन्य मादक पदार्थों से रहें दूर
रायपुर. 7 मार्च 2023. होली यानि रंगों और नाना प्रकार के पकवानों के इस त्योहार के दौरान खान-पान में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत [more…]
फीके -फीके रंग है, सूना-सूना फाग। ढपली भी गाने लगी, अब तो बदले राग।।
फीके -फीके रंग है, सूना-सूना फाग। ढपली भी गाने लगी, अब तो बदले राग।। पहले की होली और आज की होली में अंतर आ गया [more…]
बुरा न मानो, जीतने वालों की होली है! (व्यंग्य आलेख : राजेंद्र शर्मा)
देखी, देखी, इन सेकुलर वालों की एंटी-हिंदूता देखी! त्रिपुरा मेें मोदी पार्टी की दोबारा जीत, इन्हें हजम नहीं होने की बात तो फिर भी समझी [more…]
एंटीनेशनलो, भारत मत छोडऩा! (व्यंग्य आलेख : राजेन्द्र शर्मा)
लीजिए, अब तो जार्जिया मेलोनी जी ने भी कह दिया; मोदी जी तुस्सी ग्रेट हो। इटली की प्रधानमंत्री हैं, इटली की। जी हां, सीधे मुसोलिनी [more…]
चिंतन) मॉब लिंचिंग, भीड तंत्र के खतरे। (भीड़ का न्याय सामाजिक शांति को खतरा)
भीड तंत्र द्वारा किया गया न्याय राज्य की विफलता है। जो कार्य राज्य की कार्यपालिका तथा न्यायपालिका द्वारा गुण दोष के आधार पर किया जाना [more…]
दूसरे जुनैद और नासिर से शुरू : न्यू इंडिया का सीजन-2 (आलेख : बादल सरोज)
पिछले दिनों राजस्थान के घाटमीका गाँव के दो युवाओं जुनैद और नासिर के जले हुए कंकाल हरियाणा के भिवानी में जिस हालत में मिले हैं, [more…]
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल… सिंहदेव ने रमन को दोस्त माना तो भूपेश को गाना पड़ेगा ये गाना
अत्यंत प्रचलित कहावत है ‘दुश्मन का दुश्मन अपना दोस्त होता है’। यहां बात सियासी प्रतिस्पर्धा की हो रही है। सियासी संदर्भ में दुश्मन के दुश्मन [more…]