Category: लेख-आलेख
नयी पेंशन योजना : समाज को बर्बर युग में ले जाने की गलत समझदारी (आलेख : बादल सरोज)
🔺 सरकारी कर्मचारियों को दिए जाने वाली पेंशन और सेवानिवृत्ति के बाद के लाभ के पीछे आजाद हिन्दुस्तान द्वारा अपनाई गयी कल्याणकारी राज्य की अवधारणा [more…]
नयी पेंशन योजना : हंगामा क्यों है बरपा! (आलेख : राजेन्द्र शर्मा)
हिमाचल प्रदेश के हाल के चुनाव में जनता के सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ स्पष्ट जनादेश देने के बाद से पुरानी पेंशन बनाम नई पेंशन व्यवस्था [more…]
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ती की टेढ़ी चाल कौन कब मारे पलटी, चलता नहीं पता मांग है सियासत की, नहीं किसी की खता
जब भूपेश के दर पर मुर्मु राष्ट्रपति के चुनाव में समर्थन लेने के लिये द्रोपदी मुर्मु भाजपा के विरोधियों के दर पर भी गयीं। बरसों [more…]
वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर शर्मा की बात बेबाक “हाथ थामे रखना मंदिरों में , भक्तों पर व्ही आई पी भारी है,
“हाथ थामे रखना मंदिरों में , भक्तों पर व्ही आई पी भारी है, खो ना जाऊं कही मैं , ये जिम्मेदारी तुम्हारी है ।” ” [more…]
न्यायपालिका में सेंध लगाकर बिछाई जाती नफरती सुरंगें!! (आलेख : बादल सरोज)
*नीचे लिखे कथनों, बयानों पर गौर कीजिए* : 🔻 “जहां तक भारत का मसला है, मैं कहना चाहूंगी कि यहाँ इस्लामिक समूहों की तुलना में [more…]
बीबीसी के बहाने अब आज़ादी की नयी लड़ाई (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
भाई कोई कुछ भी कहे, हमें तो मोदी जी का सिस्टम बहुत पसंद आ रहा है। हर रोज नहीं, तो कम-से-कम महीने-दो-महीने पर तो देशभक्ति [more…]
वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर शर्मा की बात बेबाक ।। महाशिवरात्रि की मंगल कामनाये ।।
“अरे भंग का रंग जमा हो चकाचक , फिर लो पान चबाय । अरे ऐसा झटका लगे जिया पे , पुनर जनम होई जाय ।।” [more…]
वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर शर्मा की बात बेबाक “चलो ये तो सलीका है बुरे को मत बुरा कहिए, मगर उनकी तो ये ज़िद है, हमे तो अब ख़ुदा कहिये ।”
लावा रे लावा बिल व्हाउचर लावा ईयर एंडिंग आई गवा …. बजट वजट सब निपटा डालो भैया पैसा वापस नही होना चाहिए ,वरना बड़े साहब [more…]
भारत जोड़ो यात्रा : मंज़िल और उस तक पहुँचने के रास्ते तलाशने अभी बाकी हैं
🔵 यात्रा अमूमन वह होती है, जिसकी पूर्व निर्धारित मंज़िल हो। इसीलिये यात्राओं की सफलता उस तयशुदा मंज़िल तक पहुँचने में ही निहित होती है। [more…]
सब कुछ तो सरनेम में धरा है! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
भाई विरोधियों की यह बात बिल्कुल भी सही नहीं है। जब से हिंडनबर्ग वालों ने अडानी जी की रिपोर्ट निकाली है, तब से जांच-जांच का [more…]