रायपुर: कलेक्टर डॉ भुरे के प्रवास के दौरान पथरगांव की महिलाओं ने पीने के पानी की समस्या से अवगत कराया। महिलाओं ने बताया कि गांव में दो नलकूप है, जिनमें से एक गर्मी में सूख जाता है, उसका जल 1आस्तर तेज़ी से गिरता है, जिस से पानी की समस्या हो जाती है।
महिलाओं ने यह भी बताया कि एक दूसरे नलकूप में पानी तो है पर इस से पाइपलाइन आदि जोड़ने, नल लगाने का काम नही हुआ है। इस कारण से लोगों को पर्याप्त पानी नही मिल पा रहा है। टंकी बनाने का काम भी धीमी गति से हो रहा है। कलेक्टर डॉ भुरे ने इसपर तत्काल लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से फोन पर जानकारी ली और उन्हें अगले दो महीने में टंकी, पाइप लाइन और नल लगाने के काम पूरा करने के निर्देश दिये।
इस दौरान जिला पंचायत के सीईओ डॉ. रवि मित्तल, जिला कार्यक्रम अधिकारी शैल ठाकुर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।
निलजा गौठान में आजीविका गतिविधियों को बढ़ाने कार्ययोजना बनाने के निर्देश:
कलेक्टर डॉ भुरे ने निलजा गौठान के निरीक्षण के दौरान महिला समूह द्वारा बनाये जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद की जानकारी ली। उन्होंने गौठान में दूसरी आजीविका गतिविधियों के बारे में भी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष से पूछा। समूह की अध्यक्ष ने बताया कि वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन कर बेचने से इस बार 4 लाख रुपये का व्यवसाय हुआ है। गौठान में अभी गोबर खरीदी, कम्पोस्ट निर्माण, चारागाह से लेकर मुर्गी पालन की गतिविधियां की जा रही है। कलेक्टर ने इस गौठान को आदर्श ग्रामीण इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित करने और आजीविका गतिविधियां बढ़ाने की कार्य योजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने गौठान में संचालित गतिविधियों से नियमित आय सुनिश्चित करने के लिए बड़े स्तर पर सब्जी उत्पादन, मुर्गी पालन, अंडा हेचरी स्थापना, बकरीपालन, मशरूम उत्पादन जैसे काम भी शुरू करने की सलाह दी।
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