रायपुर। दिनांक 03/01/2023। मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को सुझाव प्रेषित कर कहा है कि प्रदेश के शिक्षा विभाग द्वारा हिन्दी मीडियम के साथ-साथ स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई शुरू करने को एक सराहनीय एवं अभिनव निर्णय बताया है। उसी प्रकार छत्तीसगढ़ के मदरसों में भी इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई प्रारंभ करने की वकालत करते हुए मुख्यमंत्री से अपेक्षा की है कि मदरसों मेें इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई से मदरसा छात्रों में दीनी तालीम के साथ-साथ इंग्लिश की पढ़ाई से छात्रों के मानसिक स्तर में सुधार होगा जो वक्त का तकाजा भी है।
रिजवी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि कांग्रेस सत्ता को प्रदेश में स्थापित हुए चार वर्ष व्यतीत होने पर भी मदरसा बोर्ड का गठन न होना तथा हाल ही में चार वर्ष बाद उर्दू अकादमी का गठन बमुश्किल किया गया है जो अल्पसंख्यक समुदाय की उपेक्षा को दर्शाता है। छत्तीसगढ़ शासन के मुसलिम इदारे निष्क्रिय एवं उपेक्षित होने के साथ-साथ सफेद हाथी की तरह शासन पर बोझ सिद्ध हो रहे हैं। इन सभी अल्पसंख्यक इदारों के अधिकारों में वृद्धि किए जाने की मांग करते हुए कहा है कि इन इदारों में नियुक्ति उन्हीं की जाए जो उर्दू के जानकार एवं उर्दू लिखना-पढ़ना जानते हों। अल्पसंख्यक आयोग में ईसाई एवं बौद्ध सदस्य शीघ्र नियुक्त किए जाए। दोनों वर्गों के लोगों में रोष है तथा अपने आपको तिरस्कृत महसूस कर रहे हैं। प्रदेश के सभी आयोग संवैधानिक महत्व रखते हैं, इसलिए आयोग के अध्यक्ष पद पर वकीलों की नियुक्ति की जाना चाहिए। भविष्य में इसका ध्यान रखा जाना उपयुक्त होगा।
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