रायपुर । केन्द्र ने राज्य को कस्टम मिलिंग के लिए सहमति पत्र भेजा है। जिसे लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जब हम लोग झोली फैला कर गए थे तब हमारा चावल नहीं खरीदा। पहले 23 लाख मीट्रिक टन खरीदे फिर 26 लाख किए और बाद में 33 लाख मीट्रिक टन किया गया।
सीएम ने कहा कि आज पूरी दुनिया में चावल और गेहूं की कमी हो गई है। खबरों में ये भी पता चला है कि गेहूं निर्यात करेंगे और जो गैर बासमती चावल है, उसके निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है जिसकी दुनिया भर में अच्छी डिमांड है।
सीएम भूपेश बघेल ने बताया कि पिछले कुछ सालों में प्रदेश में 300 राइस मिल बढ़े हैं और इस बार के फसल आंकलन करने की जरूरत है। बारिश शुरू हुई है और रोपाई का काम अभी हुआ है। अब प्रदेश में कितना चावल उत्पादन होगा, जितना हम लोग खरीदी का लक्ष्य रखे हैं। 20 क्विंटल में उसके बाद भी पूर्ति हो पाएगी या नहीं ये हम कह नहीं सकते लेकिन अंतरराष्ट्रीय हालात के दबाव के चलते ये फैसला लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार अब तक राज्य से 61 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदी थी, लेकिन अब केंद्र सरकार राज्य से 86.5 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदेगी। इसके लिए केंद्र की तरफ से कस्टम मिलिंग के लिए राज्य को सहमति पत्र भेजा गया है। वहीं इस साल प्रदेश में 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है।
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