विधानसभा चुनाव के पहले राज्य के 40 हजार स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इन स्वास्थ्य कर्मियों के अनिश्चितकालीन आंदोलन का आज 15वां दिन है। अपनी 5 सूत्रीय मांगों के लिए सरकार के खिलाफ इन स्वास्थ्य कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है कि तीन जिलों के कलेक्टरों ने शुक्रवार को एस्मा लगने के बाद ड्यूटी पर न लौटने वाले करीब 1200 स्वास्थ्य कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। इनमें कोरबा में 337, जगदलपुर में 269, कांकेर में 568 शामिल हैं। निलंबन और FIR के बाद से आंदोलन और तेज हो गई है। कलेक्टरों के आदेशों का विरोध भी तेज हो रहा है। कर्मचारी नेताओं ने इसे सरकार का दमन कहते हुए चुनाव में देख लेने की चेतावनी भी दी है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन सरकार के दमनात्मक कार्यवाही का विरोध किया है। संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि प्रदेशभर में इसके विरोध में सोमवार को हर जिला, ब्लाक तहसील में सीएम के नाम से ज्ञापन दिया जाएगा।
1200 से अधिक सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला कर्मचारियों ने पकड़ी आंदोलन की राह
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