वारदात के बाद ट्रक में सवार होकर भाग रहे चार से पांच लूटेरों को पुलिस ने झारखंड सीमा पर स्थित रामानुजगंज बेरियर से गिरफ्तार कर लिया है। लूट की पूरी रकम और सोने के जेवरात बरामद कर लिए गए हैं। खबर है कि कुछ आरोपित ओडिशा के रास्ते घटना के बाद से फरार हुए हैं।
पुलिस अभी गिरफ्तार लूटेरों से पूछताछ कर रही है। सभी आरोपित बिहार के गया जिले के बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बैंक में लूट के बाद कुछ आरोपित क्रेटा कार में बैंक से लूटी गई रकम को लेकर धरमजयगढ़ मार्ग की भागे थे पुलिस के पास क्रेटा का नंबर आ चुका था। नाकाबंदी में क्रेटा वाहन की तलाश की जा रही थी।
आरोपितों ने धरमजयगढ़ में क्रेटा वाहन को छोड़ दिया था। इससे पुलिस को संदेह हो गया था कि आरोपित बस अथवा ट्रक से भाग सकते हैं। सभी जिलों को सूचना देने के साथ अंतरराज्यीय नाकों में विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा था। पुलिस अधीक्षक डा लाल उमेद सिंह स्वयं झारखंड सीमा पर स्थित रामानुजगंज के बेरियर में जांच अभियान का नेतृत्व कर रहे थे।
मध्य रात्रि के बाद ओडिसा नंबर की ट्रक वहां पहुंची। उसमें संदिग्ध लोग सवार थे। पुलिस को शक हुआ। पूछताछ में संतोषप्रद जबाब नहीं मिलने पर ट्रक की तलाशी ली गई। नकदी के अलावा सोने के जेवरात बरामद हुए। सभी को बोरों व बैग में भरा गया था। पुलिस ने सभी आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।खबर है कि लूट की घटना में शामिल पांच अन्य आरोपित दूसरे वाहन से ओडिशा की ओर भागे हैं।
हालांकि इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है।सूत्रों की मानें तो लुटेरों की पहली प्राथमिकता छत्तीसगढ़ से फरार होने की थी। उन्हें पता चल गया था कि कई स्थानों के सीसी कैमरा में उनका चेहरा आ चुका है।यदि छत्तीसगढ़ में वे रुके तो कभी भी पकड़ में आ सकते हैं इसलिए उन्होंने रकम का बंटवारा भी नहीं किया था।बैंक डकैती की रकम का बंटवारा बुधवार को झारखंड में एक नियत स्थान पर होना था।
इसके लिए वे अलग-अलग माध्यमों से उसे स्थान पर पहुंचने का प्रयास कर रहे थे। इधर बलरामपुर पुलिस अधीक्षक की सक्रियता से चार से पांच आरोपितों को पकड़ लिया गया है। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर लाल उम्मेद सिंह ने सफलता की पुष्टि की है उनका कहना है कि अभी संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
+ There are no comments
Add yours