बिलासपुर । कांग्रेस की तेजतर्रार नेता एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता ने सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि ईवीएम के जरिए बिना हेराफेरी के चुनाव हों तो उन्हें (श्री मोदी) को झोला उठाकर जाना पड़ेगा। बिलासपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार देवेंद्र यादव की नामांकन रैली में शामिल होने पहुंची सुश्री त्रीनेत ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वर्तमान में देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी , महंगाई आर्थिक असमानता भ्रष्टाचार महिला सुरक्षा तथा किसानों और श्रमिकों के शोषण का है। इस मुद्दों पर प्रधानमंत्री अपना रिपोर्ट कार्ड नहीं दिखा रहे है। उन्होंने दावा किया कि अब की बार 400 पार का दंभ भर रही भाजपा का 180 पार होना मुश्किल है तथा आज की स्थिति में भाजपा 150-160 सीट में अटक गयी है। उन्होंने दोहराया कि ईवीएम के जरिए चुनाव में कोई हेराफेरी न हो तों श्री मोदी को झोला उठाकर जाना ही होगा। … उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने नेहरू और विपक्ष को जितना कोसना था , कोस चुके लेकिन अब उन्हें देश के ज्वलंत मुद्दों पर जनता को जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा, “ हमारा देश युवाओं का देश है लेकिन न युवाओं की बात हो रही है और न ही उनके लिए रोजगार को लेकर सोचा जा रहा है। केंद्र विभागों में 30 लाख पद खाली है जिसे कांग्रेस की सरकार आने पर भरा जायेगा।” सेना को ठेके पर चलाने का काम होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “हम अग्निवीर भर्ती खत्म करेंगे। पेपर लीक पर माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने नारी न्याय की अवधारण पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार आने पर 50 फीसदी सरकारी नौकरियां महिलाओं को दी जाये तथा गरीब महिलाओं को एक लाख रूपये सालाना दिया जायेगा। मोदी की गारंटी के संदर्भ में कांग्रेस नेता ने कहा , “मोदी जी ने गारंटी शब्द चुरा लिया है। मोदी जी अपनी गारंटियों को लेकर कहते हैँ कि ये ट्रेलर है , पिक्चर अभी बाकी है , लेकिन लोगों का कहना है ‘बस करें , अब पिक्चर देखने की हिम्मत नहीं है।” बिलासपुर लोकसभा सीट पर पिछले आठ चुनावों में लगातार भाजपा का कब्जा होने के परिप्रेक्ष्य में उन्होंने कहा कि इनके नेताओ ने सांसद बनकर केंद्र में प्रतिनिधित्व किया लेकिन बिलासपुर को क्या मिला। यहां रेलवे जोन का स्थापित होना भी युवाओं के संघर्ष का नतीजा है परंतु युवाओं को एक अदद रोजगार तक नहीं मिला। जोनल मुख्यालय होने के बावजूद आये दिन ट्रेनें रद्द कर दी जाती है लेकिन कोयला ढोने के लिए मालगाडियों को निर्बाध चलाया जाता है। यहां साउथ ईस्टर्न कोल फील्डस लिमिटेड और एनटीपीसी है , लेकिन स्थानीय युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। छत्तीसगढ का दूसरा सबसे बड़ा शहर होने के बावजूद यहां के सांसद आईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे संस्थानों के लिए आवाज क्यों नहीं उठाते। सुश्री श्रीनेत ने हाल में नक्सलियों को शहीद बताये जाने संबंधी अपने बयान के संबंध में पूछे जाने पर कहा , “मेरे बयान को भाजपा की व्हाट्सऐप यूनीवर्सिटी तोड़मरोड कर पेश कर रही है और इसके लिए भाजपा के नेताओं को शर्म आनी चाहिए। नक्सली हमले में हमने अपने कई बड़े नेताओं को खोया है। गलवान में हमारे 20 सैनिक शहीद हुए हैं और चीन आज भी हमारी जमीन पर अतिक्रमण किये हुए हैं। इसके लिए श्री मोदी को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।”बाद में सुश्री श्रीनेत के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकता रैली की शक्ल में कलेक्टारेट पहुंचे। यहां बिलासपुर संसदीय सीट से पार्टी उम्मीदवार देवेंद्र यादव ने नामांकन दाखिल किया।
बिना हेराफेरी के चुनाव हों तो मोदी को झोला उठाकर जाना पड़ेगा : सुप्रिया
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