मराठा मंदिर की कृपा से हुई समीर कक्कड़ नुक्कड़ के खोपड़ी की एक्टिंग की शुरुआत

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71 वर्ष की उम्र में हाल ही दुनिया से रुखसत हुए समीर कक्कड़ उर्फ खोपड़ी ने सीमित अवसरों को भुनाते हुए अपनी अलग पहचान बना ली थी।

उनके कैरियर को सफल माना जा सकता है क्योंकि महान कलाकार कमल हासन ने अपनी महत्वकांक्षी फ़िल्म पुष्पक में यादगार भूमिका दी थीं।

समीर ने पुष्पक जय हो राजा बाबू और परिंदा जैसी फिल्में कई टीवी धारावाहिक और अमेजन प्राइम वीडियो सीरीज फर्जी में उल्लेखनीय काम किया था।

फुर फुर कर के आई चिड़िया नामक नाटक करते समय उन्हें पता चला कि एक बड़ा शो बनने जा रहा है और मेकर्स उनसे मिलना चाह रहे हैं।

रवि के ग़ुरूबक्षाणी
रायपुर छग                                        समीर यथासमय मराठा मंदिर पहुंच गए और वहां उनकी मुलाकात कुंदन शाह ( जाने भी दो यारो और कभी हां कभी ना फेम) और अज़ीज़ मिर्ज़ा से हुई । अज़ीज़ , सईद मिर्ज़ा अख्तर के छोटे भाई थे। थोड़ी देर में सईद मिर्ज़ा जी ने समीर को खोपड़ी का रोल सौप दिया। समीर का आखिरी तक मानना था कि मराठा मंदिर की कृपा से उनके सपने पूरे हुए ।

 

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