Tag: ये तुझपे छोड़ा है ।
वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर शर्मा की बात बेबाक, कभी तू छलिया लगता है , कभी दीवाना लगता है , कभी अनाडी लगता है , कभी आवारा लगता है , तू जो अच्छा समझे , ये तुझपे छोड़ा है ।
1991 में आई फ़िल्म “पत्थर के फूल ” में एसपी बालसुब्रामण्यम व लता मंगेशकर द्वारा गाना यह गान आज अचानक भूमाफिया बन्धुओ और उपपंजीयक के [more…]