Tag: nor will he understand the mother’s talk of democracy! (Satire: Rajendra Sharma)
ग़ालिब न वो समझे हैं, न समझेंगे डेमोक्रेसी की मम्मी की बात! (व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा)
चचा ग़ालिब ने तो गोरों के लिए तभी कह दिया था — ग़ालिब न ये समझे हैं, न समझेेंगे मेरी बात! जो गोरे उस शायर [more…]