0 चुनाव की अधिसूचना 10 नवम्बर को जारी कर दी जाएगी
कांकेर। चुनाव समिति के सामने पहला नाम सावित्री मंडावी का ही था। उसके बाद राजेंद्र सलाम, जीवन राम ठाकुर, ठाकुर राम कश्यप, धनीराम धुर्वा, विजय ठाकुर, हेमंत कुमार ध्रुव, बीरेश ठाकुर, ललित नरेटी, सुनाराम तेता, राजेश पोटाई, तुषार ठाकुर और अनिता उइके का नाम था। चुनाव समिति में एक-एक दावेदार के नाम पर चर्चा हुई। इसमें से अधिकतर नेताओं की पृष्ठभूमि पार्टी राजनीति और पंचायतों से जुड़ी हुई थी। दो रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों का नाम था। वहीं कुछ नाम सर्व आदिवासी समाज और आदिवासी गोंडवाना समाज के स्थानीय नेतृत्व से भी उभरकर आये थे। बताया जा रहा है कि ये नाम अलग-अलग माध्यमों से प्रदेश कांग्रेस के पास पहुंचे थे। इसमें प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की रायशुमारी, ब्लॉक कांग्रेस से आये नाम, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात कर पेश की गई दावेदारी प्रमुख थी। बैठक में कांकेर की प्रभारी मंत्री अनिला भेंडिया, जिलाध्यक्ष और स्थानीय राजनीति को समझने वाले नेताओं से राय ली गई। बताया जा रहा है कि भाजपा की ओर से संभावित उम्मीदवार के मुताबिक रणनीति की भी चर्चा हुई है।कांग्रेस चुनाव समिति ने भानुप्रतापपुर विधानसभा उप चुनाव में प्रत्याशी का नाम लगभग तय कर दिया है। बताया जा रहा है कि पार्टी ने वहां से दिवंगत विधायक मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को सबसे योग्य बताया है। चुनाव समिति के सामने 14 दावेदारों के नाम आए थे। इसमें सावित्री मंडावी के साथ पिछला लोकसभा चुनाव लड़ चुके बीरेश ठाकुर का भी नाम है। स्पष्टता के लिए कांग्रेस इन नामों पर सर्वेक्षण कराएगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बताया, आज की बैठक में जिन 14 दावेदारों के नाम आये हैं, उनपर विचार हुआ। इसके बाद भी सभी नामों की स्वीकार्यता जानने के लिए दो अलग-अलग सर्वे कराने का निर्णय हुआ। संगठन भी कराएगा। सरकार का फीडबैक भी मिलेगा। उसके बाद 15 नवम्बर से पहले प्रदेश चुनाव समिति की एक और बैठक होगी। उसमें स्पष्ट फैसला होगा। उसके बाद हाईकमान जो उम्मीदवार तय करेगा उसे लेकर चुनाव में जाएंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश चुनाव समिति की एक और बैठक के बाद नामों का पैनल केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाना है। संभावना है कि 15 नवम्बर की रात तक उप चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी का नाम घोषित हो जाए। ऐसे में नामांकन 16 अथवा 17 नवम्बर को होगा। 17 नवम्बर नामांकन का आखिरी दिन है। नामांकन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे। चुनाव समिति की बैठक में भानुप्रतापपुर की भौगोलिक स्थिति और जातीय राजनीतिक स्थितियों की भी बात हुई है। यह सीट आदिवासी समाज के लिए आरक्षित है। कुल जनसंख्या का 61त्न हिस्सा आदिवासी समुदाय का है। उसमें से भी करीब एक तिहाई लोग गोंड समुदाय से आते हैं। पांच से छह प्रतिशत अनुसूचित जाति और 27-28 प्रतिशत लोग अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं। ऐसे में ह्रक्चष्ट वोटों को इस सीट पर निर्णायक माना जा रहा है। भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक मनोज कुमार मंडावी का 16 अक्टूबर की सुबह दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया था। उसके बाद इस सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया। निर्वाचन आयोग ने शनिवार को भानुप्रतापपुर विधानसभा उप चुनाव का कार्यक्रम जारी कर दिया। इसके मुताबिक चुनाव की अधिसूचना 10 नवम्बर को जारी कर दी जाएगी। इसी के साथ नामांकन शुरू होगा। 17 नवम्बर तक मतदान की अंतिम तिथि होगी। नया विधायक चुनने के लिए पांच दिसम्बर को मतदान होगा। आठ दिसम्बर को मतगणना होगी और परिणाम घोषित किया जाएगा।
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