बात बेबाक
चन्द्र शेखर शर्मा (पत्रकार) 9425522015
“दीदी ओ दीदी”
पंडरिया विधानसभा की राजनैतिक आबो हवा की मिठास कहे या यहाँ के स्थानीय राजनेताओं की कमजोरी या दुर्भाग्य कि जिले की राजनीतिक जमीन बाहरी नेताओ के लिए काफी उर्वरा रही है । पंडरिया की राजनीति में एक कहावत “गांव के जोगी जोगड़ा आन गांव के सिद्ध” चरितार्थ रही है । स्थानीय नेताओं के होते हुए भी यहाँ भाजपा बाहरी प्रत्याक्षी थोपती रही है तो कांग्रेस भी पैराशूट के जरिये बेमेतरा से आयातित ममता के सहारे पंडरिया सीट पर कब्जा करने में कामयाब हुई है। बेमेतरा जिले में राजनीति की क ख ग सीखने वाली ममता पंडरिया के सहारे भले ही विधानसभा पहुंचने में सफल हुई है किंतु पत्नी के राजनीतिक क्षेत्र में पति की दखलंदाजी से क्षेत्र में समय समय पर किरकिरी होती रही है तो दूसरी ओर गुजरात दौरे पर पीएसओ की जगह पति को सुरक्षा गार्ड की तरह ले जाना भी क्षेत्रवासी पचा नही पा रहे इधर विपक्ष अब विधायक दीदी के पति प्रेम , रिस्तेदारो और करीबियों को कथित स्वेच्छानुदान के बहाने घेर कर मुद्दा बना भुनाने की फिराक में है । भाजपा के कथित समर्थकों को सोसायटी के अध्यक्ष बनाये जाने से नाराज कांग्रेसी इस्तीफे देने बेसब्र है इस बात की पुष्टि विधायक दीदी के करीबी व जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव जलेश्वर सिंह की सोसायटी अध्यक्ष बनाने के नाम पर पैसों की मांग के वायरल आडियो से होती दिखती तो है भले ही आडियो वायरल होने के बाद जलेश्वर को कांग्रेस से निष्कासित किया जा चुका हो किन्तु सीएम के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मिलने वालों की सूची में जलेश्वर नाम होना कर्मठ कार्यकर्ताओ के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है , दीदी की ममता से महरूम कार्यकर्ताओं का रोष सड़क पर आ चुका है , कार्यकर्ता भी अब अपनी नाराजगी जाहिर करने अकबर के दरबार मे हाजरी लगाने लगे है । बहरहाल विधायक दीदी की ममता से महरुम कर्मठ कार्यकर्ता हैरान परेशान है कि आखिर कब तक दरी उठईया नेता बने फिरेंगे दीदी से नाराज कार्यकर्ता अपना नया रहनुमा तालाश रहे । सीएम के साथ भोजन में कार्यकर्ताओं की जगह विधायक पति का भोजन करना और विधायक पति का जिला से बाहर स्थानांतरण होना पूरे प्रदेश में चर्चित हो चला है । बेमेतरा से आयातित दीदी के लिए पंडरिया की जमीन उर्वरा साबित जरूर हुई किन्तु चापलूसों की चौकड़ी के प्रति दीदी की बरसती ममता , पंडरिया के निगरानी सुदा सटोरिया से करीबी कांग्रेस के जनाधार पर आघात कर कार्यकर्ताओ के मनःस्थिति को डाँवाडोल कर रहा है ।
राजनीति से कोसो दूर का वास्ता न रखने वाली गोबरहीन टुरी मेरी बकवास सुन कहती है तहू भकला हस का महाराज अतका नई जानेस जी आजकल पैसा फेंक तमाशा देख राजनीति होगे हे , जनता और कार्यकार्या के भावना के कोई मोल नही हे तभे तो जिला के राजनीति बेमेतरा ले आ के घलो चल जाथे अउ लोगन ओखर नाम ले उगाही करत है तो वहू बपुरी का करय घर देखय , क्षेत्र देखय की वसुलीबाज चापलूस मन ले निपटे । सिधवा पा के बेचारी राजनीति के शिकार होवत ही जी ।
और अंत मे :-
जरूरी नही है कि चोरों का हो एक ही घराना,
दर्द और राजनीति का रिश्ता है पुराना ।
#जय_हो 14 नवम्बर 2022 कवर्धा (कबीरधाम )
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