रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में शाला भवनों (स्कूलों की इमारतों) की मरम्मत और रखरखाव के लिए पांच सौ करोड़ रूपये स्वीकृत किए हैं. उन्होंने वर्षा ऋतु समाप्त होते ही मरम्मत का कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है. जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को सभी शालाओं में निर्विघ्न पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए वर्षा ऋतु समाप्त होते ही शाला भवनों की मरम्मत का कार्य तत्काल प्रारंभ करने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि बघेल ने मुख्य सचिव को दिए गए निर्देशों में कहा है कि राज्य व्यापी भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों तथा मीडिया प्रतिनिधियों से शाला भवनों की दशा के बारे में जानकारी मिली थी.
अधिकारियों के मुताबिक लंबे समय से शाला भवनों की मरम्मत के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान नहीं होने से मरम्मत का कार्य नहीं हो सका इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही थी. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि आगामी शक्षैणिक सत्र (जून 2023) शुरू होने से पहले शालाओं की मरम्मत और रखरखाव के लिए कम से कम पांच सौ करोड़ रूपये का प्रावधान किया जाए.
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