| कवर्धा ।छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता से बिजली बिल में बढ़ी हुई सुरक्षा निधि के नाम पर विद्युत विभाग द्वारा दो माह का एडवांस बिजली बिल उपभोक्ताओं से वसूला जा रहा है और उनकी जेब पर डाका डाला जा रहा है. जनता पर बढ़े हुए बिजली बिल का अनावश्यक बोझ लादा गया है, जिसके लिये प्रदेश की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ही जिम्मेदार है. शासन प्रशासन के द्वारा प्रदत्त लूट की छूट के कारण विद्युत विभाग द्वारा प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं से बढ़ी हुई सुरक्षा निधि के नाम पर बिजली बिलों में अवैध रूप से अतिरिक्त राशि की वसूली की जा रही है, जिसके कारण
बिजली बिलों में इस माह की राशि गत माह की अपेक्षा काफी बढ़ी हुई आई हैं, और बिजली बिल पटाने में उपभोक्ताओं को 440 वोल्ट का करंट लग रहा हैं. कांग्रेस पार्टी पर उक्त आरोप लगाते हुए सांसद प्रतिनिधि जयराम साहू ने कहा है कि जैसे ही देश अन्य राज्यों में चुनाव की घोषणा होती है, वैसे ही छत्तीसगढ़ राज्य में जनता के जेबों पर किसी न किसी रूप में डाका डालने का खेल शुरू हो जाता है . विगत दिनों उत्तरप्रदेश, पंजाब एवं असम राज्य में चुनाव के समय जब प्रदेश के मुखिया
भूपेश बघेल को दिल्ली हाईकमान ने कांग्रेस पार्टी का स्टार प्रचारक बनाकर भेजा था, तब छत्तीसगढ़ राज्य में सीमेंट, रेत और सरिया की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई थी, और प्रदेश की जनता को गृह निर्माण हेतु दुगनी चौगुनी कीमत चुका कर सीमेंट, रेत और लोहा खरीदने के लिये मजबूर होना पड़ा था. वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश एवं गुजरात राज्यों में चुनावी सरगर्मी तेज होते ही एक बार फिर, छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने जनता को बिजली बिल में बढ़ोत्तरी के रूप में, बिजली का तेज करेन्ट मारा है, जिससे उपभोक्ता जनता बिलख उठी है. प्रदेश में विगत एक साल के भीतर ही बिजली बिल की दर में दो बार वृद्धि की गई है.
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