सारंगढ़-बिलाईगढ़, / कलेक्टर डॉ.फरिहा आलम सिद्दकी के निर्देशानुसार कल 01 दिसंबर से जिले में सघन टीबी एवं कुष्ठ खोज अभियान की शुरूआत की जाएगी। नवनिर्मित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला कुष्ठ एवं टीबी के परिप्रेक्ष्य में हाई इंडेमिक जिले में शामिल है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एफ.आर.निराला के अनुसार जिले में कुष्ठ का प्रभाव दर प्रति दस हजार की आबादी में 5.16 है जबकि टीबी के चिन्हांकित मरीजों की संख्या प्राप्त 1380 केस के विरूद्ध 658 केस मात्र है, जो 48 प्रतिशत ही है।
कलेक्टर डॉ.फरिहा सिद्दकी के निर्देशन में उक्त दोनों बीमारी के प्रभाव दर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ज्यादा से ज्यादा कुष्ठ एवं टीबी के रोगियों को चिन्हांकित किये जाने एवं उनका विधिवत उपचार करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही उनके परिजन, परिवार एवं पड़ोसियों को उक्त बीमारी के बचाव के लिए आवश्यक दवाई खिलाई जानी है। इस हेतु जिले में 1 दिसंबर से 21 दिसंबर तक सघन टीबी एवं कुष्ठ खोज अभियान की शुरूआत की जा रही है। इस संबंध में कलेक्टर ने आम जनता से अनुरोध किया है कि मितानिन द्वारा घर-घर पहुंच कर टीबी एवं कुष्ठ के लक्षणों की जाँच की जाएगी। आपके घर में जब मितानिन जाएगी, वह पूछताछ कर जांच करेगी तो इसमें आप अपनी संपूर्ण जानकारी मितानिन को बताएं एवं इस कार्यक्रम को सफल बनाने में उचित सहयोग करें।
स्वास्थ्य कार्यकर्ता सघन टीबी एवं कुष्ठ खोज अभियान 1 दिसंबर से 21 दिसंबर 2022 के बीच आपके घर पहुंच कर निम्न लक्षणों की जाँच करेंगे। टीबी (क्षय रोग) के लक्षण में दो सप्ताह से अधिक खांसी, शाम के समय बुखार आना, रात में पसीना आना, बलगम के साथ खून आना, छाती में दर्द होना, भूख न लगना, लगातार वजन घटना आदि है। कुष्ठ रोग के लक्षण में चमड़ी पर तेलिया-तामिया चमक हो, चमड़ी पर दाग, चकत्ते जिसमें सुन्नपन हो, तंत्रिकाओं में मोटापन-सूजन हो, दबाने से दर्द होता हो, हाथ-पैरों में झुनझुनी सुन्नपन हो, चमड़ी पर खासकर चेहरे पर, भौहों के ऊपर, ठुड़ी पर या कानों में गठानें, सूजन या मोटापन आदि है। संक्रमित व्यक्ति में 01 या 01 से अधिक लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं। यदि आपके घर या आस-पड़ोस में इन लक्षणों वाले कोई भी व्यक्ति हो तो स्वास्थ्य कार्यकर्ता को इसकी जानकारी अवश्य दें।
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