0 जवाहर नागदेव वरिष्ठ पत्रकार ,लेखक,चिंतक
भाजपा ‘आप’ से करने लगी नैन-मटक्का
ईधर कांग्रेस रह गयी हक्का-बक्का
लड़ी तो कांग्रेस भाजपा से, पर ‘आप’ ने दे दिया धक्का
अपने धुरंधर फेंकने में बहुत बेहतर हैं। आप कहेंगे कि आपके पिताजी ने जलती बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर बच्चे की जान बचाई तो वो जरूर कहंेगे कि इसमें क्या खास बात है, मेरे पिताजी ने तो पांचवीं मंजिल से कूदी लगाई, फिर उपर गये और फिर से कूदी लगाई और एक बार में चार-चार बच्चों को लेकर कूदे। अगर आप चिढ़कर कहेंगे कि एक बार मैने एक व्यक्ति को स्कूटर से ठोकर मारी तो उसने मुझे चप्पल से मारा तो धुरंधर कहेंगे ‘इसमें क्या खास बात है। मैने एक आदमी को साईकिल ठोक दी तो गांव वालों ने मुझे एक घंटे तक जूते-चप्पलों से मारा।’ गुजरात चुनाव नतीजे आते ही धुरंधर बोले कि ‘चुनाव के तुरंत बाद केजरीवाल ने मोदीजी को फोन किया और बोले ‘भाईसाहब, ठीक रहा न, जैसा आपने कहा था, निपटा दिया न कांग्रेस को’। दूसरी ओेर से मोदीजी बस हंसते रहे।
धुरंधर ने जो कहा वो कितने प्रतिशत सत्य है ये तो पता नहीं लेकिन ये सत्य है कि आम आदमी ने अपने पैर जमाने के चक्कर में कांग्रेस को निपटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
दो बार अस्सी
कि एक बार अस्सी
गुजरात के दमदार नेता शंकर सिंह वाघेला जो न सिर्फ भाजपा के कर्णधारों मंे गिने जाते थे, संघ के संग भी लंबा समय बिताया है, इन दिनों कांग्रेस में हैं। और बावजूद इसके कि कांग्रेस बिना तनाव के आराम-आराम से लड़ी, दावा किया था कि भाजपा को कांग्रेस…. जी हां कांग्रेस 80 से अधिक सीटें नहीं जीतने देगी। आज नतीजा सामने है… कदाचित् वे 80, 80 सीटें दो बार जीतेेगी ऐसा कहना चाहा था क्योंकि जितना वाघेला ने कहा था उससे दुगुनी सीटें मिली हैं।
नये दुश्मन को गले लगाया
पुराने का भद पिटवाया
इस चुनाव मे भाजपा ने जबर्दस्त दांव खेला। उसने अपनी पुरानी दुश्मन को किनारे कर दिया और नये को गले लगा लिया। जी हां। आम आदमी पार्टी को उसने प्रतिद्वंदी बना लिया। ऐसे जताने लगी जैसे कांग्रेस तो कहीं है ही नहीं। उसने ढोल पीट-पीट कर ‘आप’ को कोसा। नतीजा सामने है। आप का कद इससे थोड़ा और बढ़ा और इतना बढ़ा कि उसने कांग्रेस की जगह ले ली। पूरी तरह न सही, काफी हद तक कांग्रेस की सीटें कम करने में आम आदमी पार्टी की पूरी भूमिका रही।
खड़गे, कांग्रेस ला डुबाए बर अड़गे
अउ फिर एक बार मोदी पे बयान
कांग्रेस पे भारी पड़गे
रही सही कसर कांग्रेसियों बयानवीरो खुद मोदीजी को गाली दे देकर पूरी कर दी। केजरीवाल ने तो सियासी नब्ज़ समझ कर मोदी को गाली देना बंद कर दिया था, पर बार-बार मिलती शिकस्त से कांग्रेसी अपनी कुढ़न छिपा न सके और अनाप-शनाप मोदी को कोसते रहे। नतीजा सामने है।
आश्चर्य है कि इतने सालों में सारे सियासतदां समझने लगे हैं। पर कांग्रेसी बाज नहीं आ रहे। तभी तो कहते हैं कि इन कांग्रेसियों ने ही कांग्रेस को निपटाने की सुपारी ले ली है। कैसे जाएंगे
विधायकों की संख्या पर चर्चा करते एक एंकर ने कहा कि सरकार बनने के बाद विधानसभा से घर जाना हो तो आप के विधायक एक कार में ही जा सकते हैं। कांग्रेसी विधायकों के लिये बस लगेगी और भाजपा के विधायकों को घर जाने के लिये ट्रेन लगेगी।
‘आप’-दिल्ली अभी दूर है
क्या आप किंगमेकर बन गयी है ? क्या आप वहां पर सियासी गणित बनाने-बिगाड़ने का काम कर सकती है ? फिलहाल तो ऐसा नहीं लगता । क्योंकि एक तो दोनों विपक्षी पार्टियों के वोटों को मिलाकर भी दूर-दूर तक भाजपा को चैलेंज नहीं कर सकतीं ऐसे में आप कितना भी फुदकती रहे, भाजपा का कुछ बिगाड़ नहीं सकती और इतिहास और परिस्थितियां इस ओर इशारा कर रही हैं कि भाजपा गुजरात मे अंगद के पांव की तरह जम चुकी है। इसके अलावा बात करें देश की तो राष्ट्रीय स्तर पर भूचाल मचाने की केजरीवाल की हसरत पर केवल यही कहा जा सकता है कि ‘दिल्ली अभी दूर है’।
Jawahar Nagdeo • mo 9522170700 Email [email protected]
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