*जिला खनिज न्यास निधि से प्रदत्त धनराशि के सदुपयोगिता की हो जांच*

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केशकाल | कोंडागांव जिला कलेक्टर के नाम अनुविभागीय अधिकारी (रा.) केशकाल को लिखीत शिकायत पत्र सौंपकर जिला खनिज न्यास निधि के सदुपयोगिता की जांच कार्यवाही करने की मांग किया गया है ।   मांग पत्र मे वित्त वर्ष 2020- 21 से लेकर अभी तक जिला कलेक्टर कार्यालय से जिला खनिज न्यास से केशकाल वन मंडल को ईको पर्यटन विकास एवं अन्य जन सुविधा सुलभ कराने वाले प्रस्तावित कार्य को करवाने के लिये दिये गये धनराशि की जांच करने प्रशासनिक अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित कर एक तय समयावधि में जांच कराने की मांग किया गया है । शिकायत पत्र पूर्व विधायक कृष्णकुमार ध्रुव ,वरिष्ठ पत्रकार के.शशीधरन .कृष्णदत्त उपाध्याय के द्वारा प्रदान किया गया है ।
उल्लेखनिय है की कोंडागांव जिला कलेक्टर द्वारा जिला खनिज न्यास निधि से लगातार केशकाल वनमंडल को उदारतापूर्वक धनराशि प्रदान किया जाता रहा है पर धरातल पर देखने में यह हकिकत नजर आता है की विभागीय मद से प्राप्त आबंटन में अफरातफरी कर बंदरबांट करने की परंपरा का निर्वाह करते वन विभाग का अमला जिला खनिज न्यास निधि से मिलने वाले धनराशि का भी बगैर रोक टोक के बदस्तूर कागजी खानापूर्ति करके बंदरबांट कर लिया जा रहा है ।
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल टाटामारी में ईको पर्यटन को बढावा देने के लिये पिछले पांच वर्ष में ही करोडों रूपया जिला खनिज न्यास निधि से प्रदान किया जा चुका है पर जिन कार्यों को करवाने के नाम से पैसा स्वीकृत किया गया था वो काम प्राक्लन अनुसार स्थल पर करवाया ही नहीं गया काम करवाने के नाम पर मात्र खानापूर्ति की औपचारिकता अदा किया गया है|
वित्त वर्ष 2021-22 में जिला खनिज न्यास निधि से टाटामारी मे ओव्हर हेड टैंक स्थापना हेतु तथा वित्त वर्ष 2022-23 में 13 मई 2022 को कांक्रिट सडक बनाने तथा मुरूम बिछाई का काम कराने धनराशि दिया गया इसमें से कोई कार्य धरातल पर नही कराया गया पर 95 फिसदी से अधिक धनराशि का कार्य होना दर्शाकर धनराशि निकालकर संबधितों ने बंदरबांट कर लिया है।
देखना यह है की वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जिला कलेक्टर कब क्या एक्शन लेते हैं ।

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