भारत मे साइंस व तकनीकी की उच्च शिक्षा के संसाधनों का दुरुपयोग हो रहा है :- लेख विजय गोयल

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वर्तमान में भारत मे साइंस व तकनीकी की उच्च शिक्षा (Post Graduation) व PHD का पूर्ण दुरुपयोग हो रहा है । लोग पोस्ट ग्रैजुएशन कर क्लार्क ,डेटा ऑपरेटर , सॉफ्टवेयर कंपनियों की फ्रंट लाइन टीम में , फील्ड सुपरवाइजर ,सेल्स मैन, मार्केटिंग ,IAS ,IPS ,IRS बैंको में जॉब इत्यादि कर रहे यह पूर्णत: सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग है । इस पर लगाम लगाने की जरूरत है

अतः जो विधार्थी रिसर्च के कार्य व शिक्षण के कार्य मे जाना चाहते है उनसे कम से कम 3 वर्ष का बॉन्ड भरवाकर ही सरकारी कॉलेजो से साइंस विषय मे पोस्ट ग्रेजुएशन करने हेतु एडमिशन देना चाहिये । पोस्ट gradution में कुछ विषय BEd की जोड़े जाने चाहिए ।

*वर्तमान में सरकारो को अपना फोकस केवल उद्यमशीलता /जॉब /स्किल डवेलोपमेंट / स्वरोजगार ओरिएंटेड ही सरकारी स्कूल व कॉलेज में शिक्षा दी जावे करने की जरूरत है* ताकि हम अपने संसाधनों का इफेक्टिव उपयोग कर सके ।

*आज कंटेंट को रटने की बजाय समझने की जरूरत है । साथ ही गूगल पर अपनी जरूरत के कंटेंट को कैसे सर्च करें का ज्ञान होना भी जरूरी है । वर्तमान में जब फिंगरटिप पर गूगल 24x7x365 दिन उपलब्ध है इन परिस्थियों में ज्ञान व तुलनात्मक अध्यन व जानकारी के लिए गूगल की उपयोगिता को नही नकारा जा सकता है यह समय की जरूरत भी है ।*

*स्कूलों में क्लास 9 th से अनिवार्य रूप GST , MS word ,MS Excle ,टैली एकाउंटिंग को एक सब्जेक्ट के रूप में जोड़े जाना भी समय की जरूरत है ।*

साथ ही निम्न विषयो की वर्कशॉप /सेमिनार भी स्कूल व कॉलेज में रेगुलर बेसिस पर जरूर होनी चाहिए ।
1. बैंकिंग
2. ट्रैफिक रूल्स
3.हैप्पीनेस व योग
4. फर्स्ट ऐड
5. फायर (आग) से सुरक्छा व उपाय
6. दैवीय प्रकोपो जैसे बाढ़ ,तूफान ,सूखा , हीट वेव्स से बचने व सुरक्षा के उपाय।

*जब तक हम हमारी शिक्षा प्रणाली के माध्यम से दिन प्रतिदिन उपयोग में आने वाली बेसिक जानकारी (Knowledge) से विद्यार्थियों को पारंगत नही करेंगे । हमारे युवा कभी में एम्प्लॉयबल नही बन सकते है । उद्यमशीलता व स्वरोजगार को ओर उनका रुझान भी नही हो सकता है ।*

आपश्री के सार्थक विचार ,सुझाव व प्रतिक्रिया आमंत्रित है ।

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