हिन्दु / सनातनी धर्माचार्यों के विरूद्ध अनर्गल आरोपों का सिलसिला पिछले 2 वर्षों से ज्यादा तेजी से सुर्खियाँ बटोर रहा है, नवीनतम कड़ी में हिन्दु / सनातनी धर्माचार्य आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों अखबारों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया समेत राजनेताओं के निशाने पर हैं। अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाने वाली संस्था तो भूमिगत हो गई किन्तु पराविज्ञान की समझ न रखने वाले राजनेता अभी भी आचार्य शास्त्री पर कीचड़ उछालने पर आमादा हैं। सम्पूर्ण विश्व में भारत वर्ष सहित केवल हिन्दु / सनातन धर्म ही “साफ्ट टारगेट’ बन गया है क्योंकि सनातनियों की सहिष्णुता के कारण ही भारत वर्ष अब तक सुरक्षित रह पाया है। शिवसेना के प्रदेश महासचिव सुनील कुकरेजा ने कहा है कि इसी सहिष्णुता के कारण स्वतंत्र भारत में विगत् 65 वर्षों से सनातनी भावनाओं / ग्रंथों / धर्माचार्यों के विरूद्ध विषवमन कर राजनेता / स्वयंभू ठेकेदार ने देश का माहौल खराब करने का बहुत प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी यह ट्रेंड प्रारंभ हो रहा है जो प्रदेश के सौहार्द के लिए बहुत ही अनुचित है। धर्मान्तरण के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के बजाय सनातनी धर्माचार्य को निशाने पर लेना कतई उचित नहीं है, हम ऐसे वक्तव्यों की घोर निंदा करते हैं और साथ ही निवेदन करते हैं कि सनातनी आस्था पर चोट करना बंद होना चाहिए अन्यथा सहिष्णुता का त्याग समाज के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।
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