राष्ट्रोत्कर्ष अभियान के तहत भारत भ्रमण पर निकले पूर्वाम्नाय गोवर्द्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का ग्राम रणवीरपुर आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। 9 फ़रवरी को दोपहर 3 बजे जगदलपुर से जमुनिया भाठा ग्राउंड,रणवीरपुर सिल्हाटी रोड में हवाई मार्ग से उनका आगमन हुआ। उनके आगमन एवं भव्य स्वागत की लिए विगत दिनों से इंतजार कर रहे कबीरधाम जिलेवासियों द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया एवं लगभग 5 हजार महिलाओं द्वारा कलश यात्रा निकालकर उनके स्वागत उत्सव को और भी यादगार बनाया गया। लगभग 7 वर्षों के बाद शंकराचार्य जी का कबीरधाम जिले में आगमन हुआ है इस वजह से भी जिले के हजारों धर्मप्रेमियों एवं भक्तजन एक नई उर्जा के साथ भरपूर उत्साह दिखाते हुए शंकराचार्य जी के स्वागत के लिए आतुर दिखाई दिए।
विदित हो कि शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वती जी महाराज 9 फ़रवरी से 11 फ़रवरी तक ग्राम रणवीरपुर में तीन दिवसीय प्रवास पर पधारें हैं। जिसके तहत 9 फ़रवरी को उनका रणवीर में आगमन हुआ है और हजारों की संख्या में महिलाओं द्वारा कलश यात्रा एवं धर्मप्रेमियों तथा अनुयायियों द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। शंकराचार्य जी 10 फ़रवरी को सुबह 11:30 बजे से सुन्दरकाण्ड पाठ पश्चात् स्कूल ग्राउंड बाजार चौक, रणवीरपुर में आयोजित विशाल धर्मसभा को संबोधित कर अपने आशीर्वचन से सभी का मार्गदर्शन करेंगे तत्पश्चात शाम 5 बजे प्रेस वार्ता में पत्रकारों से रूबरू होंगे। 11 फ़रवरी सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक रणवीरपुर में ही सत्संग,संगोष्ठी एवं दीक्षा के बाद कार्यक्रम का समापन होगा जिसके बाद राजधानी रायपुर आश्रम के लिए उनका प्रस्थान होगा। कार्यक्रम के समायोजक आदित्यवाहिनी-आनंदवाहिनी जिला कबीरधाम के सदस्यों द्वारा ग्रामवासियों के साथ लगातार उनके आगमन एवं स्वागत को लेकर बैठक कर की गई तैयारियों का भी मूर्तरूप देखने को मिला की हजारों की संख्या में प्रदेश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं ने शंकराचार्य जी का पूरे उत्साह एवं जोश के साथ स्वागत किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम की आयोजक भावना बोहरा ने बताया की यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है की पूर्वाम्नाय गोवर्द्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का शुभ आगमन हमारे ग्राम रणवीरपुर में हुआ है। विगत एक माह से पूरे जिलेवासियों में उनके आगमन की खबर को लेकर अत्यंत हर्ष था और उनके दर्शन हेतु लोगों के मन में उत्साह साफ़ दिखाई दे रहा था। शंकराचार्य जी के आगमन को ऐतिहासिक व अविस्मर्णीय बनाने के लिए पूरे गाँव एवं जिले की जनता, धर्मप्रेमी एवं श्रद्धालुओं का भरपूर सहयोग हमें प्राप्त हुआ है जिसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करती हूँ। हमारी भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म और हिन्दू आस्था के ध्वजवाहक स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी के विशाल धर्मसभा में उनके आशीर्वचन एवं धर्म की शिक्षा और दीक्षा समाज को जोड़ने हेतु हिंदुत्व की विचार धारा को और भी प्रबल करेगी।
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