*गरीब मरीजों पर पड़ रही है भूपेश- सिंहदेव तकरार की मार*
*बेमौत मर रहे गरीब, नवजात शिशुओं से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई त्रस्त*
रायपुर। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता व छत्तीसगढ़ के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने सरकारी अस्पतालों की अव्यवस्था और मरीजों की दयनीय स्थिति के मद्देनजर बिलासपुर सिम्स जहां सात सौ से अधिक मरीज केवल अठारह नर्सों के भरोसे हैं, का हवाला देते हुए कहा है कि कांग्रेस के राज में अस्पतालों में इंजेक्शन लगाने के लिए नर्स तक नसीब नहीं हैं। गरीब बेमौत मर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पतालों की हालत बदतर है। गरीब, असहाय, बेसहारा लोग दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।इलाज के अभाव में छत्तीसगढ़ में 25000 नवजात शिशुओं की मृत्यु कांग्रेस राज में हो चुकी है।सरकारी अस्पतालों में न जांच हो पा रही है न गरीबों को इलाज मिल पा रहा है। यहां तक कि मरीजों को इंजेक्शन लगाने के लिए नर्स तक यह सरकार दे नहीं पा रही।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि बस्तर से लेकर सरगुजा तक, राजधानी से लेकर न्यायधानी तक छत्तीसगढ़ की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। बस्तर में आदिवासी रहस्यमयी बीमारी की चपेट में आकर दम तोड़ रहे हैं। सरगुजा के सरकारी अस्पताल में नवजात शिशुओं की मौत हो जाती है। पूरे प्रदेश में बड़े बड़े सरकारी अस्पतालों से लेकर स्वास्थ्य केंद्रों तक इतना मेडिकल स्टॉफ नहीं है कि मरीजों का इलाज हो सके। गरीबों की जान बच सके।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव स्वयं स्वास्थ्य विभाग के लिए पैसा न मिल पाने का रोना रोते रहते हैं। मतलब साफ है कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच सत्ता संघर्ष का खामियाजा राज्य के गरीब भुगत रहे हैं।
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