युवाओं में नेतृत्व क्षमता विकास के लिए बेहतर मंच साबित होंगे Y-20 सम्मेलन
शगुफ्ता शीरीन*
देश के विकास में युवाओं का अहम योगदान है। वक़्त के साथ उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे साबित भी किया है। भारत की आज़ादी के संघर्ष में युवाओं ने अपने प्राणों की आहुति दी है। अब देश की आज़ादी के 75 साल पूरे हो चुके हैं, और यह दौर आज़ादी के अमृतकाल के रूप में जाना जा रहा है। वहीं, प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं से वैश्विक नेतृत्व क्षमता बढ़ाने का आह्वान किया है। युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद ने तो वर्षों पूर्व देश का प्रतिनिधित्व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया। उन्होंने भारत के युवाओं की सोच को देश-दुनिया के समक्ष रखा। आज का युवा भी अमृतकाल की विशेषताओं को देश दुनिया के सामने लाकर नेतृत्व क्षमता का विकास कर रहा है। केंद्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने युवाओं की नेतृत्व क्षमता को वैश्विक मंच देने ल्-20 सम्मेलन आयोजित किए जाने और उसमे युवाओं की भागीदारी पर ज़ोर दिया है।
क्या है Youth-20
Youth-20 या Y-20, Y-20 के तहत एक ऐसा अधिकारिक सहभागी समूह है जो G-20 के देशों के युवाओं को बेहतर मंच प्रदान करता है। जो युवाओं को G-20 की प्राथमिकताओं पर अपने दृष्टिकोण और विचारों को व्यक्त करने की स्वतंत्रता देता है। साथ ही अनेक सिफारिशों को सामने लाता है जो G-20 देशों के नेताओं को प्रस्तुत की जाती हैं। इस एंगेजमेंट ग्रुप की शुरुआत 2010 में हुई थी।
Y-20 का लोगो
Y-20 के लोगो में नारंगी, नीला और फिरोज़ी रंग का प्रयोग हुआ है। लोगो में नारंगी रंग बहादुरी, वैराग्य और शक्ति का, नीला अनंत शांति और ज्ञान का तथा फिरोज़ी आशा और उत्साह का प्रतीक है। लोगो में 20 स्पाइक G-20 देशों के युवाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।
Y-20 सम्मेलन का उद्देश्य
भारत की अध्यक्षता में इस साल G-20 के मुख्य आयोजन हो रहे है । भारत ने बाली में 1 दिसंबर, 2022 को हुए वार्षिक शिखर सम्मेलन में प्रभावशाली समूह G-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है, जो 30 नवंबर, 2023 तक भारत के पास रहेगा। अमृतकाल यानि कि 15 अगस्त, 2022 से लेकर आने वाले 25 साल की अवधि में आज़ादी का शताब्दी वर्ष मनाया जाएगा। इस दौरान Y-20 सम्मेलन भी होंगे। इस यूथ-20 एंगेजमेंट ग्रुप में भारत ने अन्य देशों के युवाओं के साथ विचारों के आदान प्रदान, नीतिगत मामलों में चर्चा, एजेंडा तैयार करना, वैश्विक नेतृत्व और भागीदारी पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके तहत आगामी 8 माह के दौरान देश के विभिन्न प्रदेशों में शताब्दी वर्ष तक मानव-केंद्रित अप्रोच के साथ एक समृद्ध, समावेशी और विकसित समाज का निर्माण करना है। केन्द्र सरकार का यह वसुधैव कुटुम्बकम के विचार को मूर्त रूप देते हुए समग्र कल्याण सुनिश्चित करने के साथ ही भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यावहारिक समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ऐसे में देश के विश्वविद्यालयों में सेमिनार और सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। जिनमे दुनिया भर के युवाओं को अपने जीवन मूल्यों और नीतिगत उपायों से अन्य लोगो को परिचित कराने का अवसर मिलेगा ।
केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने Y-20 का लोगो लॉन्च किया
बीते 6 जनवरी को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने Y-.20 सम्मेलन के कर्टेन रेजर इवेंट में Y-20 समिट की थीम, लोगो और वेबसाइट लॉन्च की है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह शिखर सम्मेलन युवाओं और विश्व को हमारे विकास के तरीके को आकार देने के लिए समान रूप प्रदान करता है। उन्होंने युवाओं से Y-20 का बेहतर उपयोग करने की अपील की है।
गुवाहाटी में 6 फरवरी को हुआ देश का पहला Y-20 शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया
6 फरवरी को गुवाहाटी में देश का पहला Y-20 शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमे 150 देशों के युवा प्रतिनिधि शामिल हुए। इस दौरान हुए पैनल डिस्कशन में युवाओं ने भारत को महाशक्ति बनाने के लिए अपनी उपयोगिता के बारे में चर्चा की। साथ ही लोकतंत्र में युवाओं की भूमिका, कार्य और उद्योग के भविष्य, जलवायु परिवर्तन, शांति स्थापना, युवा वर्ग के शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य और उनकी समस्यायों और उनके निदान सहित अनेक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
आई.आई.एम. रायपुर को मिली Y-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी
यह छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए खुशी का अवसर है जब इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट रायपुर को Y-20 समिट की मेजबानी का अवसर मिला है। 24 से 26 फरवरी तक होने वाले इस सम्मेलन में केंद्रीय सूचना प्रसारण और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर शामिल होंगे। वे युवाओं से संवाद करेंगे और उन्हें बेहतर भविष्य के लिए Y-20 की उपयोगिता के बारे में मार्गदर्शन देंगे। इस सम्मेलन को लेकर आई.आई.एम. के छात्रों में काफी उत्साह है, उनका कहना है कि Y-20 सम्मेलन उनके लिए अन्य देशों के युवाओं से उनके बारे में जानने के साथ ही विभिन्न विषयों पर विचार विमर्श करने का अवसर देगा। आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. रामकुमार कांकाणी ने इस सम्मेलन के बारे में बताया कि भारत को G-20 की अध्यक्षता मिलना बड़ी उपलब्धि है। वहीं, Y-20 की मेजबानी मिलना आईआईएम रायपुर के लिए गौरव का विषय है । इस सम्मेलन के जरिए युवाओं को अपनी बातें रखने का अवसर मिलेगा। वे शांति स्थापना, जलवायु परिवर्तन, ई-गवर्नेस, इंडस्ट्रीज सहित विभिन्न मुद्दों पर पैनल डिस्क्शन करेंगे। इससे छत्तीसगढ़ सहित देश को भी आने वाले समय में सक्षम नेतृत्व का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में जापान, फ्रांस, यूएसए, जाम्बिया, इंडोनेशिया सहित 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। वहीं, सभी जिलों के कॉलेजों के कुछ छात्रों को भी Y-20 सम्मेलन में शामिल होने का अवसर मिलेगा।
Y-20 सम्मेलन के समन्वयक प्रो. एस रामकुमार ने बताया कि इस सम्मेलन में 16 देशों के युवा प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही प्रदेश के विभिन्न कॉलेजों के युवा न्यायिक, विधिक, ई-गवर्नेस, युवा सहित विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। उन्हें अन्य देशों के युवाओं का विचार जानने समझने का अवसर मिलेगा। वे नेतृत्व क्षमता विकसित करने और संघटन के जरिए विकास के महत्व को जान समझ सकेंगे। आईआईएम रायपुर की सचिव मानसी माहेश्वरी ने बताया कि उन्होंने कर्मंता कार्यक्रम खासतौर से तैयार किया है। जिसमें प्रदेश के 50 से अधिक कॉलेजों के युवा भाग लेंगे। तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन के दौरान विभिन्न देशों के फ्लैग, राष्ट्र गान, फोकगीत, फूड और परिधान के बारे में जानकारी देने पोस्टर लगाए जाएंगे। संगीत और नृत्य के प्रोग्राम होंगे। उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्कृति, भाषा और परिवेश से आने वाले युवा जब यहां मिलेंगे तो सभी को सीखने और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अवसर मिलेगा। यहां विभिन्न विषयों के युवा एकत्रित होंगे और वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को साकार करेंगे ।
इसी कड़ी में प्रदेश के 27 महाविद्यालयों में भी 16 से 25 फरवरी तक विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। इस तरह प्रदेश के युवा Y-20 सम्मेलन के लिए अपनी भागीदारी दिखा रहे हैं। निश्चित तौर पर उन्हें देश विदेश के युवाओं का विचार जानने समझने का अवसर मिलेगा तो आने वाले समय में मजबूत इरादों वाले युवा नेतृत्व का लाभ देश को मिलेगा और विकासशील भारत को आर्थिक स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने में भी भरपूर सहयोग मिलेगा।
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