रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस का 85वां महाधिवेशन आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान कांग्रेस पार्टी के संविधान में बड़े पैमाने पर संशोधन करके नए नियम जोड़ गए हैं। यदि ये नियम महाधिवेशन में पारित हो गए तो कांग्रेस सदस्यों को नशे से दूर रहना होगा। नशा करने वाले सदस्यों व पदाधिकारियों को पार्टी में नहीं रखा जाएगा। उन्होंने सुबह पारित किए गए छह मुख्य संशोधनों पर भी मीडिया के सवालों के जवाब दिए। महाधिवेशन में प्रेस कांफ्रेस के दौरान कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के संविधान में संशोधन किया है। जिस प्रकार से देश दुनिया और समाज में बदलाव आया है। उसी प्रकार इस संविधान में भी संशोधन किया गया है। इसमें नशा विरोध को भी शामिल किया गया है। संविधान में किए गए संशोधन के मुताबिक अब कांग्रेस के सदस्यों को यह बताना होगा कि वह शराब, ड्रग, साइकोट्रोपिक सब्सटेंस, प्रोहिबिटेड ड्रग्स या अन्य किसी नशीले सब्सटेंस के उपयोग से दूर रहेंगे।
देश में हमेशा रहेगी खादी: खादी की महत्ता को लेकर पूछे गए सवाल पर सुरजेवाला ने कहा कि जब तक देश है तब तक खादी है। खादी की महत्ता कभी भी नहीं खत्म होगी। पहले एक संशोधन यह भी लाया जाने वाला था कि कांग्रेस सदस्यों को खादी पहनना होगा, लेकिन इसे लेकर सुरजेवाला ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
आरक्षण को वोट बैंक की राजनीति न बताते हुए कांग्रेस नेता ने इसे हर समाज की नुमाइंदगी बताया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में हर तबके, हर वर्ग की राजनीतिक भागीदारी हो इस सोच के तहत कांग्रेस पार्टी चल रही है। इसीलिए इसे पार्टी के संविधान में लाया जा रहा है। नए आरक्षण संशोधन के बाद हर वर्ग को पार्टी में समान जगह मिलेगी और वो अपनी राजनीतिक भागीदारी दे सकेगा। इसीलिए हमने आदिवासी, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं को 50 फीसदी भागीदारी का नियम बनाया।
सदस्यता फार्म में होगा थर्ड जेंडर का ऑप्शन: एक सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि थर्ड जेंडर को आज विदेशों ही नहीं भारत में एक अलग वर्ग के रूप में माना गया है। उनकी हर जगह भागीदारी देखी जा रही है। सुप्रीम कोर्ट भी इसे मान चुका है। इसलिए अब कांग्रेसी पार्टी ने अपने सदस्यता फार्म में महिला, पुरुष के साथ ही थर्ड जेंडर भरे जाने का भी ऑप्शन दिया है। ऐसा किसी पार्टी के फार्म में नहीं है।
पिता की जगह लिख सकेंगे मां का नाम: कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि समय बदल रहा है। आज कई परिवार ऐसे हैं, जहां केवल मां अपने बच्चे को पालती है। ऐसे में कांग्रेस ने संशोधन किया है कि अब उनके फार्म में पिता की जगह मां का भी नाम भरने का ऑप्शन होगा। ऐसे लोग चाहें तो पिता की जगह मां का नाम भी भर सकते हैं। इसी तरह पत्नी का नाम का कॉलम भी है।
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