रायपुर। विधानसभा में आज प्रश्नकाल में कोंडागांव विधायक और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने अपनी ही सरकार के मंत्री रविन्द्र चौबे को सवालों में घेरा । मरकाम ने डी एम एफ की सात करोड़ की राशि में बंदरबांट का आरोप लगाया । अपने मूल सवाल में मरकाम ने पूछा कि पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग में जिला निर्माण समिति की ओर से कौन कौन से कार्य कराए गय है । वित्तीय वर्ष 2023 तक कोंडागांव के लिए कितनी राशि की आबंटित की गई है । उन्होंने यह भी पूछा कि क्या खरीदी में भंडार क्रय नियमो का पालन किया गया या नहीं । निविदा बुलाई गई कि नहीं । अपने जवाब में मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा किग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग में वित्तीय वर्ष 2023 तक कोई भी राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। मोहन मरकाम ने पूछा कि क्या किन किन निविदाकारों ने मूल्य कथन पेश किया । उन्होंने कहा कि अरुण कुमार शर्मा कार्यपालन अभियंता क्रय समिति में थे उन्हें ज़िम्मेदारी दी गई थी । सदस्य मोहन मरकाम ने पूछा कि क्या इस मामले में विधानसभा कि समिति से जांच कराई जाएगी । इसमें पूरक सवाल सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने पूछा कि डीएमफ में 50 राशि का भ्रष्टाचार हुआ है। अजय चंद्राकर ने भी राशि में गड़बड़ी का आरोप लगाया। जवाब में मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि राज्य स्तर के अधिकारी जांच करेंगे कि खरीदी में गड़बड़ी हुई कि नहीं । सदस्य शिवरतन शर्मा सहित अन्य सदस्यों ने भी राशि में गड़बड़ी की जांच की मांग की मगर मंत्री रविन्द्र चौबे ने सदन की समिति से जांच की मांग से इंकार कर दिया ।
मोहन मरकाम ने लगाया डीएमएफ की 7 करोड़ की राशि में बंदरबांट का आरोप, विधानसभा की समिति से जांच की मांग की
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