– फाइट द बाइट अनूठा मिशन मलेरिया को रोकने, क्योंकि इसमें सोर्स पर हो रहा काम
– मिशन मोड पर तालाबों की हो रही सप्लाई, घर-घर पहुंच कर टीम कर रही मलेरिया के लार्वा नष्ट, इस साल अब तक 14 हजार से अधिक घरों में पहुंच चुकी निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम
दुर्ग 17 मार्च 2023/ भिलाई के इस आमा तालाब पर नजर डालिये। एक फोटो फाइट द बाइट अभियान से पहले की है और एक फोटो बाद की। सफाई के बाद यह तालाब इतना संवर गया है कि लोग अब देर तक इसे निहारते हैं। कुछ समय पहले तक यहां लोग पालिथीन फेंक देते थे और तालाब के भीतर घास उग आई थी। तालाब की सफाई से तालाब तो निखरा ही है मच्छरों के लार्वा को स्रोत से समाप्त करने में बड़ी मदद मिली है। नगरीय निकायों के ऐसे ही जलस्रोतों को लार्वा से मुक्त करने का काम फाइट द बाइट अभियान का एक हिस्सा है जिसमें सार्वजनिक स्थलों के साथ ही जलस्रोतों और घरों तथा बाड़ियों में भी लार्वा नष्ट करने का काम किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा के मार्गदर्शन में मच्छरों को स्रोत से समाप्त कर मलेरिया की रोकथाम करने का सबसे बड़ा अभियान दुर्ग जिले में चल रहा है। इस अभियान का नाम रखा गया है फाइट द बाइट। इसके पहले मलेरिया तथा डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए घर-घर जाकर स्रोत नष्ट किये जाते थे। इस बार घर-घर जाकर निगम टीम तो ऐसे स्रोत नष्ट ही कर रही हैं। सार्वजनिक स्थलों में इनके उत्पत्ति के बड़े स्रोत को नष्ट करने पर काम हो रहा है। मच्छर के सबसे ज्यादा लार्वा तालाब में पनपते हैं।
94 तालाब अभी तक साफ, 92 तालाबों पर हो रहा काम- मलेरिया के लार्वा तालाबों के किनारे उग आई घास पर पनपते हैं। इसके लिए जनभागीदारी के साथ निगम अमले ने तालाबों के किनारे और तालाबों के पास उग आई घास को साफ करने का काम किया। अब तक पूरे जिले में नगरीय निकायों में 94 तालाबों में सफाई का काम हो चुका है। इसके अलावा 92 तालाबों पर काम हो रहा है। भिलाई निगम में तीन बड़े नाले हैं और दुर्ग निगम में चार बड़े नाले। इनके आसपास भी व्यापक सफाई की गई है ताकि मच्छरों के बड़े स्रोत समाप्त किये जा सकें। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा लार्वा भक्षी गम्बूजिया मछलियों के बीज भी तालाबों में छोड़े गये हैं। इस अभियान के चलते तालाब अपने पुराने रूप में संवर भी रहे हैं। उल्लेखनीय यह भी है कि राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य भी इसमें काफी जोरशोर से हिस्सा ले रहे हैं और पर्यावरणप्रेमी भी इस मुहिम से जुड़ रहे हैं।
सार्वजनिक स्थलों को किया जा रहा लक्षित, 465 स्थल हो चुके साफ, 38 स्थलों में अभी होगी सफाई- इसके साथ ही नगरीय निकायों में सार्वजनिक स्थलों को भी लक्षित किया जा रहा है। सार्वजनिक स्थलों में ऐसी जगह जहां लार्वा पनप सकते हैं। भिलाई निगम में ऐसे 170, दुर्ग निगम में 91 और भिलाई चरौदा में 54 तथा नगर निगम रिसाली में 14 सार्वजनिक स्थलों में सफाई हो चुकी है। भिलाई, दुर्ग तथा रिसाली निगम में सभी सार्वजनिक स्थलों की सफाई हो चुकी है।
दिन निर्धारित कर पहुंच रहा दल- पूरे अभियान में 14 हजार से अधिक घरों में अब तक स्वास्थ्य विभाग और निगम की टीम पहुंच चुकी है। कूलर आदि के साथ ही ऐसी जगहों पर जहां जलस्रोत होने की संभावना है नष्ट किये जाने की कार्रवाई की जा रही है।
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