आपने गौर किया होगा कि कुत्ते गर्मी के मौसम में ही जीभ निकालकर ज्यादा हांफते हैं. क्या आप जानते हैं कि वो इस तरह क्यों हांफते हैं? दरअसल, गर्मी में ऐसा करना उनकी मजबूरी होती है.
कुत्तों को इंसान का सबसे वफादार साथी कहा जाता है. जिस घर में कुत्ता पाला जाता है, उसे घर के सदस्य जैसा ही समझा जाता है. यह जानवर है ही इतना खास कि इससे लगाव होना लाज़मी है. मालिक के प्रति इसकी वफादारी का इसका गुण, किसी के भी दिल में जगह बना ले. यह बेजुबान अपनी वफादारी तो दिखा देता है, लेकिन अपने मालिक को अपनी समस्या नहीं बता पाता है.
इसलिए जीभ लटकाकर हांफते हैं
दरअसल, कुत्तों का शरीर इंसानों से अलग होता है और उसमें होने वाली तमाम क्रियाएं भी इंसानों से अलग होती हैं. जब गर्मी के मौसम में हमें गर्मी सताती है तो शरीर के तापमान को व्यवस्थित करने के लिए हमारे शरीर से पसीना निकलता है. हमारे शरीर में त्वचा के नीचे पसीने की ग्रंथियां, यानी स्वेट ग्लैंड होती हैं, यही पसीना निकालती हैं. आपने गौर किया होगा कि कुत्ते गर्मी के मौसम में ही जीभ निकालकर ज्यादा हांफते हैं. दरअसल, उनके शरीर में पसीने की ग्रंथियां नहीं पाई जाती हैं. जिसके कारण उनके शरीर का तापमान व्यवस्थित नहीं हो पाता है. तब वो जीभ निकालकर हांफते हुए इसे नियंत्रित करने की कोशिश करते है.
पालतू जानवर का ध्यान रखना है जरूरी
अक्सर हम अपने पालतू जानवरों की किसी अलग हरकत को नासमझी के चलते नजरअंदाज करने की गलती कर देते हैं. जिसकी वजह से उन्हें कई बार काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता है. इसलिए जरूरी है कि हमें इन बेजुबानों की दिक्कत को भी समझने की कोशिश करनी चाहिए.
अगर आपको अपने पालतू जानवर के व्यवहार में कोई बदलाव दिखता है तो संबंधित डॉक्टर से संपर्क करें. साथ ही आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपका पालतू जानवर किस स्थिति में कैसा व्यवहार करता है. आमतौर पर कुत्तों को गर्मी ज्यादा लगती है खासकर यूरोपीय नस्ल के कुत्तों को गर्मी ज्यादा सताती है. इसलिए जरूरी है कि उनके लिए जितना हो सके ठंडा वातावरण उपलब्ध हो.
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