भारत ने जम्मू कश्मीर का गलत नक्शा दिखाने पर पाकिस्तान को एससीओ की बैठक में शामिल होने से रोक दिया। भारत ने पाकिस्तान को पहले ही चेतावनी दे दी थी कि वो या तो नक्शा सुधारे या फिर बैठक से दूर रहे। इसके बाद गुस्साए पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला है।
- एससीओ की बैठक में पाकिस्तान की प्लानिंग फेल
- कश्मीर का गलत नक्शा पेश करने की थी तैयारी
- भारत ने एससीओ की बैठक से ही बाहर निकाला
एससीओ के अंतर्गत होने वाले इस बैठक को एक भारतीय थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (आईडीएसए) आयोजित कर रहा था। इसका विषय एससीओ सशस्त्र बलों का सैन्य चिकित्सा, स्वास्थ्य सेवा और महामारी में योगदान था। इस बैठक में एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को भी भाग लेना था। सूत्रों के अनुसार, भारतीय पक्ष के पाकिस्तानी मानचित्र पर आपत्ति जताए जाने के बाद पाकिस्तानी पक्ष ने बैठक में भाग नहीं लेने का फैसला किया। इस्लामाबाद ने दावा किया है कि भारत ने प्रभावी रूप से निमंत्रण वापस ले लिया। इस कारण पाकिस्तानी टीम इस बैठक में शामिल नहीं हो सकी।
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी पक्ष को अवगत कराया था कि मानचित्र में कश्मीर के गलत प्रदर्शन पर उसे आपत्ति है और अगर वह सम्मेलन में भाग लेना चाहता है तो उसे सही दिखाए। इस पर पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने फैसला किया। पाकिस्तान ने कुछ साल पहले ही कश्मीर को लेकर अपने देश का गलत नक्शा जारी किया था। तब भी भारत ने कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए इसे खारिज कर दिया था। अब पाकिस्तान उसी नक्शे को भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश में था।
पाकिस्तान ने बौखलाहट में भारत को काफी भला-बुरा बोला है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कश्मीर को विवादित क्षेत्र करार दिया है। पाकिस्तान का आरोप है कि भारत ने एससीओ की बैठक का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि शंघाई भावना और एससीओ के चार्टर और उद्देश्यों के प्रति अपनी मजबूत प्रतिबद्धता के अनुरूप पाकिस्तान भारत की वर्तमान अध्यक्षता में आयोजित होने वाले विभिन्न एससीओ कार्यक्रमों में सकारात्मक और रचनात्मक दृष्टिकोण से भाग लेता रहा है।
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