अगले 3 से 4 वर्षों में 200 हवाई अड्डों, वाटरड्रोम एवं हेलीपोर्ट के निर्माण का लक्ष्य: श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया
धर्मशाला हवाई अड्डे के विस्तार से संबंधित दो-चरणों वाली योजना चल रही है, इस हवाई अड्डे पर अंतत: एयरबस ए320 को उतारने का लक्ष्य: श्री सिंधिया
केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर, केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केन्द्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह ने आज इंडिगो एयरलाइन की दिल्ली-धर्मशाला-दिल्ली की पहली उड़ान को झंडी दिखाई।
इस अवसर पर बोलते हुए केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में इंडिगो की कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करने के लिए नागर विमानन मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि इंडिगो इस पहाड़ी राज्य में उड़ान भरे बिना सही मायने में राष्ट्रीय एयरलाइन नहीं बन सकती थी। श्री ठाकुर ने एक बड़े हवाई अड्डे की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देशभर से हिमाचल आने वाले यात्रियों को दिल्ली जाना पड़ता है और फिर वहां से संबंधित राज्य के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी पड़ती है। एक बड़ा हवाई अड्डा यात्रियों को सीधी निर्बाध कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा।
श्री ठाकुर ने देश में हवाई अड्डों से संबंधित बुनियादी ढांचे के तेजी से विस्तार का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया। उन्होंने कहा कि बहुत ही कम समय में हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 140 से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना के कारण हवाई चप्पल पहनने वाले लोग हवाई जहाज में यात्रा कर पा रहे हैं।
इस हवाई अड्डे द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के महत्व के बारे में बोलते हुए, श्री ठाकुर ने कहा कि धर्मशाला हवाई अड्डा कनेक्टिविटी को आसान बनाते हुए पांच जिलों को जोड़ता है और इससे राज्य की आधी आबादी सीधे लाभान्वित होती है। इंडिगो की यह उड़ान इस राज्य के आधे हिस्से और पंजाब के कुछ स्थानों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने में एक अहम भूमिका निभाएगी।
केन्द्रीय राज्यमंत्री जनरल वी. के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि धर्मशाला हवाई अड्डा 1990 में अपनी पहली उड़ान का साक्षी बना था। आगे चलकर इसके कामकाज का विस्तार हुआ और अब इसके पास 1376 मीटर लम्बा रनवे है। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि जगह की सुविधा उपलब्ध होने पर इस रनवे की लंबाई को और बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दलाई लामा की उपस्थिति के कारण इस हवाई अड्डे पर बहुत अधिक यातायात देखा जाता है और यह हवाई अड्डा पूरे उत्तर-पश्चिमी हिमाचल प्रदेश को हवाई संपर्क प्रदान करता है। इंडिगो की यह उड़ान और अधिक संख्या में पर्यटकों को हिमाचल लेकर आएगी जिससे राज्य के लोगों को बहुत लाभ होगा।
सभा को संबोधित करते हुए, केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नागर विमानन के क्षेत्र में पिछले 65 वर्षों में जितनी सुविधा हासिल नहीं हुई, उतनी सुविधा पिछले नौ वर्षों के दौरान 148 हवाई अड्डों, वाटरड्रोम एवं हेलीपोर्ट के निर्माण के जरिए हासिल की गई है। उन्होंने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय अगले तीन से चार वर्षों के भीतर इस संख्या को बढ़ाकर 200 से अधिक करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहा है। यह प्रयास बड़े मेट्रो हवाई अड्डों के साथ-साथ देश के अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले दूरदराज के हवाई अड्डों को समान महत्व प्रदान करेगा।
श्री सिंधिया ने राज्य में खेल अवसंरचना के निर्माण के लिए श्री अनुराग ठाकुर के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनके अथक प्रयासों के कारण ही धर्मशाला आज न केवल क्षेत्रीय या राष्ट्रीय क्रिकेट, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का केंद्र बन गया है। उन्होंने धर्मशाला के शानदार स्टेडियम की तुलना दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्टेडियम से की। उन्होंने कहा कि क्रिकेट से राज्य की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आयी है और इसका श्रेय भी श्री अनुराग ठाकुर को जाता है।
मंत्री ने श्री अनुराग ठाकुर द्वारा धर्मशाला हवाई अड्डे के विस्तार के अनुरोध को स्वीकार किया और कहा कि इसके लिए उनका मंत्रालय पहले से ही दो चरण की योजना पर काम कर रहा है। पहले चरण में वर्तमान रनवे को 1900 मीटर तक लंबा करना शामिल है ताकि टर्बोप्रॉप विमान जो अभी लोड पेनल्टी के साथ उतरते हैं, उन्हें बिना लोड पेनल्टी के उतरने के लिए सक्षम बनाया जा सके। दूसरे चरण में रनवे को 3110 मीटर तक और लंबा करना शामिल होगा, ताकि हवाईअड्डे पर बोइंग 737 और एयरबस ए320 को उतारने के विजन को साकार किया जा सके।
राज्य में अपने मंत्रालय की अन्य उपलब्धियों के बारे में श्री सिंधिया ने कहा कि शिमला हवाई अड्डे पर रनवे की मरम्मत का काम पूरा हो गया है और मंडी में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए स्थल-स्वीकृति प्रदान की गयी है। उन्होंने दोहराया कि उनका मंत्रालय राज्य में नागरिक उड्डयन अवसंरचना के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
मंत्री ने कहा, “नागरिक उड्डयन क्षेत्र का पूर्ण लोकतंत्रीकरण हुआ है और जो लोग हवाई जहाजों को केवल उड़ते हुए देख सकते थे, वे आज इनमें उड़ रहे हैं।“ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उड़ान योजना के विजन के फलस्वरूप भारत के हवाई यात्रियों की संख्या में 1 करोड़ 15 लाख लोग जुड़ गए हैं।
उड़ान के तहत हिमाचल राज्य को 44 रूट दिए गए हैं, जिनमें से 22 पहले से ही संचालन में हैं। राज्य में मंत्रालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री ने कहा कि कनेक्टिविटी 2013-14 के प्रति सप्ताह 40 एयरक्राफ्ट से बढ़कर 110 एयरक्राफ्ट हो गई है और इस प्रकार 9 वर्षों में 175% की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से धर्मशाला में, पिछले नौ वर्षों में हवाई यातायात की संख्या में 110% की वृद्धि हुई है, जो 2013-14 के 28 प्रति सप्ताह से बढ़कर आज 50 हो गई है।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से संसद सदस्य श्री किशन कपूर ने कहा कि राज्य के लोगों के लिए हवाई संपर्क में विमान का बहुत बड़ा योगदान है। राज्य में कोविड 19 महामारी के दौरान पर्यटक गतिविधि में भारी गिरावट आयी थी और अब इसमें फिर से तेजी देखी जा रही है। श्री कपूर ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से धर्मशाला के लिए उड़ान भरने वाले विमानों की संख्या को बढ़ाने पर विचार करने का अनुरोध किया।
इंडिगो एयरलाइन दिल्ली से धर्मशाला के लिए प्रतिदिन उड़ानें संचालित करेगी। इस नए उड़ान क्षेत्र से इंडिगो की दैनिक उड़ानों की संख्या 1795 हो गयी है और प्रस्थान के मामले में यह दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी एयरलाइन बन गयी है।
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