Monday, November 18 2024

बेलारूस में रूसी परमाणु हथियारों की तैनाती से बढ़ेगा तनाव, रूस को रोक नहीं पाएंगी अमेरिकी मिसाइलें

Estimated read time 1 min read

पुतिन के करीबी अधिकारी ने दी चेतावनी, कहा- मास्को के पास अमेरिका को तबाह करने की ताकत

रूस का यह भी कहना है कि पिछले साल फरवरी में उसने यूक्रेन में हजारों सैनिक इसलिए भेजे हैं क्योंकि कीव के अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो के करीब जाने से देश के लिए सुरक्षा खतरा खड़ा हो गया था।

मास्को, । रूस और अमेरिका के बीच परमाणु हथियारों पर भड़काने वाली बयानबाजी लगातार बढ़ रही है। रूस के सुरक्षा परिषद सचिव निकोलाई पेट्रशेव ने वाशिंगटन को चेतावनी दी है कि रूस के पास इतने हथियार है कि यह अमेरिका सहित किसी भी दुश्मन को तबाह कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका रूस की ताकत को कम करके आंक रहा है। दुनिया की दो सबसे बड़ी परमाणु ताकतों के बीच परमाणु मुकाबले की धमकी देने वाले पेट्रशेव अकेले रूसी अधिकारी नहीं है। इसे पहले भी कई रूसी अधिकारी ऐसी धमकी दे चुके हैं।

रूस को रोक नहीं पाएंगी अमेरिकी मिसाइलें

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी पेट्रशेव ने रूसी सरकारी अखबार रोसिस्काया गजेटा से बातचीत में बताया कि अपने खुद के ही दुष्प्रचार में फंसे अमेरिकी नेताओं को लगता है कि रूस के साथ सीधा मुकाबला होने की स्थिति में अमेरिका निवारक मिसाइल हमले करेगा, जिसके बाद रूस इसका जवाब नहीं दे पाएगा।

उनके अनुसार यह अदूरदर्शी, मूर्खता पूर्ण और बेहद खतरनाक विचार है। उन्होंने आगे कहा कि रूस सहनशील है और अपनी सैन्य ताकत से किसी को डराता नहीं है लेकिन अपने अस्तित्व पर खतरा होने पर यह अमेरिका सहित किसी भी विरोधी को तबाह कर सकता है।

बेलारूस में रूसी परमाणु हथियारों की तैनाती से बढ़ेगा तनाव

रूस का यह भी कहना है कि पिछले साल फरवरी में उसने यूक्रेन में हजारों सैनिक इसलिए भेजे हैं क्योंकि कीव के अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो के करीब जाने से देश के लिए सुरक्षा खतरा खड़ा हो गया था। तब से मॉस्को पश्चिम देशों पर लगातार उसके लिए परमाणु खतरा खड़ा करने का आरोप लगा रहा है और इसने देश के लिए मुश्किल हालात खड़े होने पर परमाणु हथियारों के उपयोग की बात कही है।

शनिवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बेलारूस में सामरिक परमाणु मिसाइलों तैनात करने की घोषणा की है। इससे पश्चिमी देशों और रूस के बीच परमाणु तनाव बढ़ने की आशंका है।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours

स्कूल में गोलीबारी की घटना पर बाइडन का बेरहम मजाक! कहा- ‘मैं नीचे इसलिए आया क्यूंकि यहां आइसक्रीम…’

ईपीएफ के केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ ग्राहकों को 8.15 प्रतिशत ब्याज दर की अनुशंसा की

You May Also Like: