लाड़ली बहना योजना में 4 दिनों में 11 लाख पंजीयन हुए : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

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मुख्यमंत्री ने की जिलेवार योजना की समीक्षा

भोपाल(IMNB). मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में अत्यंत महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का कार्य प्रारंभ हो गया है। बीते चार दिनों में लगभग 11 लाख पंजीयन हो चुके हैं। जिन जिलों में योजना के आवेदन भरे जाने की प्रगति अच्छी है उनको मैं बधाई देता हूँ। मंदसौर, बुरहानपुर, उज्जैन, सीहोर और बालाघाट जिले में प्रगति अच्छी है। सिंगरौली, सतना, पन्ना, गुना और मुरैना जिले में स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे अन्य जिलों में भी ध्यान देकर आवेदन भरवाने का कार्य किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय समत्व भवन में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की वर्चुअली समीक्षा कर रहे थे। प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्रीमती दीपाली रस्तोगी और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मंत्रीगण, सांसद, विधायक तथा जिलों के कलेक्टर्स वर्चुअली जुड़े।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कम प्रगति वाले जिलों के अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि योजना में आवेदन भरवाये जाने का कार्य गंभीरतापूर्वक किया जाये। उन्होंने सिंगरौली और गुना जिले के कलेक्टर्स को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में प्रगति कम है, वे जिले समस्याओं का समाधान कर प्रगति बढ़ायें। प्रदेश की अति महत्वपूर्ण योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं इस योजना की 3 दिन बाद फिर से समीक्षा करूँगा। योजना के क्रियान्वयन की लगातार समीक्षा की जायेगी। उन्होंने कहा कि लापरवाह अधिकारियों पर कार्यवाही करने की हिदायत भी दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर गाँव और वार्ड में आवेदन भराये जाना प्रारंभ कर दिये जाये। अभी 4931 ग्राम पंचायत और 807 नगरीय वार्ड में आवेदन भराये जाने की प्रगति शून्य है, जो चिंताजनक है। इन क्षेत्रों में प्रगति बढ़ायी जाये। उन्होंने कहा कि बहनों के आवेदन बिना कोई असुविधा के भराये जायेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अच्छी प्रगति वाले जिलों के कलेक्टर्स से भी जानकारी ली। उन्होंने मंदसौर, बुरहानपुर, उज्जैन, सीहोर और बालाघाट के कलेक्टर्स को बधाई देते हुए कहा कि अन्य जिलों के अधिकारी भी अच्छी प्रगति वाले जिलों से प्रेरणा लें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आँगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएँ इस योजना में सहयोग करें। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से कहा कि सब मिल कर योजना के क्रियान्वयन में लग जायें। ई-केवायसी मित्र बना कर भी सहयोग लिया जाये। शिविर का प्रचार-प्रसार कर आवेदन भरवाये जायें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूह की बहनों को ई-केवायसी के कार्य में जोड़ा जाये। पंजीयन में आने वाली कठिनाइयों को दूर किया जाये। हर वार्ड और गाँव-गाँव में योजना का प्रचार-प्रसार कराया जाये। नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता वाहनों और ग्रामीण क्षेत्रों में दीवार लेखन से भी प्रचार हो। ई-केवायसी के लिए अधिक से अधिक वॉलिंटयर्स का उपयोग करें। कलेक्टर्स जन-सहयोग और किराये के वाहन लेकर प्रचार-प्रसार करवायें। साथ ही बैठक कर योजना की प्रगति बढ़ायें और योजना का बेहतर क्रियान्वयन करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर्स को योजना में नवाचार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि योजना का कार्य पुण्य और पवित्र कार्य है। इसलिए टीम भावना के साथ जन-प्रतिनिधि, समाज और प्रशासन के अधिकारी कार्य करें।

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