केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 10 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती गांव किबितू में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ का शुभारंभ करेंगे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 के लिए सड़क संपर्क के लिए विशेष रूप से 2500 करोड़ रुपये सहित 4800 करोड़ रुपये के केंद्रीय योगदान के साथ ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ को मंजूरी दी है

यह कार्यक्रम चिन्हित सीमावर्ती गांवों के लोगों के जीवनस्तर में सुधार करने में मदद करेगा और उन्हें अपने मूल स्थानों पर रहने के लिए प्रोत्साहित करेगा जिससे इन गांवों से पलायन रूक सके और सीमा की सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिल सके

अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश और केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में उत्तरी सीमा से सटे 19 जिलों के 46 ब्लॉकों में 2967 गांवों की ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ के तहत व्यापक विकास के लिए पहचान की गई है

श्री अमित शाह “स्वर्ण जयंती सीमा प्रकाश कार्यक्रम” के तहत निर्मित अरुणाचल प्रदेश की नौ माइक्रो हाइडल परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, गृह मंत्री बुनियादी ढांचे को मज़बूती प्रदान करने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की परियोजनाओं का अनावरण और आईटीबीपी कर्मियों के साथ संवाद भी करेंगे

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री नमती मैदान का दौरा करेंगे और वालोंग युद्ध स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे

New Delhi (IMNB). केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह 10-11 अप्रैल, 2023 को अरुणाचल प्रदेश का दौरा करेंगे। अपनी यात्रा के पहले दिन 10 अप्रैल को केन्द्रीय गृह मंत्री अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले के सीमावर्ती गांव किबितू में ‘वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम’ का शुभारंभ करेंगे।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 के लिए सड़क संपर्क के लिए विशेष रूप से 2500 करोड़ रुपये सहित 4800 करोड़ रुपये के केंद्रीय योगदान के साथ ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’  (वीवीपी) को मंजूरी दी है। वीवीपी एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसके तहत व्यापक विकास के लिए अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उत्तरी सीमा से सटे 19 जिलों के 46 ब्लॉकों में 2967 गांवों की पहचान की गई है। पहले चरण में, प्राथमिकता के आधार पर 662 गांवों की पहचान की गई है, जिनमें अरुणाचल प्रदेश के 455 गांव शामिल हैं।

वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम पहचान किए गए सीमावर्ती गांवों के लोगों के जीवनस्तर में सुधार करने में मदद करेगा और उन्हें अपने मूल स्थानों पर रहने के लिए प्रोत्साहित करेगा जिससे इन गांवों से पलायन रूक सके और सीमा की सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिल सके। ब्लॉक और पंचायत स्तर पर उपयुक्त तंत्र की मदद से जिला प्रशासन, केंद्र और राज्य प्रायोजित योजनाओं पर 100% अमल को सुनिश्चित करने के लिए चिन्हित गांवों के लिए कार्य योजना तैयार करेगा। गांवों के विकास के लिए पहचान किए गए फोकस क्षेत्रों में सड़क संपर्क, पेयजल, सौर और पवन ऊर्जा सहित बिजली, मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी, पर्यटन केंद्र, बहुउद्देश्यीय केंद्र और स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा और स्वास्थ्य कल्याण केंद्र शामिल हैं।

श्री अमित शाह 10 अप्रैल को किबितू में “स्वर्ण जयंती सीमा प्रकाश कार्यक्रम” के तहत अरुणाचल प्रदेश सरकार की नौ माइक्रो हाइडल परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। ये बिजली परियोजनाएं सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों के सशक्तिकरण में मदद करेंगी। श्री शाह लिकाबाली (अरुणाचल प्रदेश), छपरा (बिहार), नूरानड (केरल) और विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) में बुनियादी ढांचे को सशक्त करने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री किबितू में आईटीबीपी कर्मियों से संवाद भी करेंगे। इस अवसर पर सीमावर्ती जिलों के स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। श्री अमित शाह सीमावर्ती गांवों की महिलाओं के प्रयासों से लगाई गई प्रदर्शनी में स्टाल भी देखेंगे। 11 अप्रैल को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री नमती मैदान का दौरा करेंगे और वालोंग युद्ध स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।

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