पंचायत सचिव संघ की मांग जायज, मांग को पुरी करे कांग्रेस सरकार-सीपीआई
धरना स्थल पर पहुंचे सीपीआई जिला परिषद नारायणपुर के कामयूनिष्ट
पंचायत सचिव संघ के धरना स्थल पर पहुंचकर सीपीआई जिला परिशद् नारायणपुर के कम्युनिश्टों ने ग्राम पंचायत सचिव संघ की मांग को जायज बताते हुए कांग्रेस सरकार से मांग किया है कि ग्राम पंचायत सचिव संघ की मांग को जल्द से जल्द पुरी करे।
उक्त सम्बन्ध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर का.चैतराम कोमरा व फुलसिंह कतलाम ने कहा है कि ग्राम पंचायत सचिव संघ जिला ईकाई नारायणपुर के द्वारा पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय आव्हान पर पंचायत सचिवों की लंबित मांगों में से एक सुत्रीय मांग परिवीक्षा अवधि के पष्चात् षासकीयकरण हेतु दिए गए भरोसा के बाद भी बजट में षामिल नहीं करने के कारण ही 16 मार्च से काम बंद, कलम बंद अनिष्चितकालीन आंदोलन करने का लिए गए निर्णय के अनुसार ही पंचायत सचिवों के द्वारा धरना स्थल पर विगत अनिष्चितकालीन आंदोलन किया जा रहा है, जिन्हें आंदोलन पर बैठे हुए 24 दिन हो गए हैं। जहां षासन-प्रषासन के द्वारा पंचायत सचिवों की जायज मांग को पुरा करने की दिषा में अब तक कोई भी ठोस निर्णय नहीं लिया गया है और आंदोलन सतत् जारी है। वहीं पंचायत सचिवों के काम बंद, कलम बंद अनिष्चितकालीन आंदोलन पर होने के कारण ग्राम पंचायतों में विकास कार्य ठप्प से हो गए हैं और सचिव की आवष्यकता वाले ग्रामीणजनों के काम नहीं होने से ग्रामीणजनों को भी परेषानियां होने लगी है। ग्रामीणजनों को हो रही परेषानियों को देखते हुए तथा पंचायत सचिवों की एक सुत्रीय मांग परिवीक्षा अवधि के पष्चात् षासकीयकरण, भी जायज होने के कारण ही सीपीआई जिला परिशद् नारायणपुर के कम्युनिश्ट जिला सचिव का.चैतराम कोमरा, सह सचिव फुलसिंह कतलाम, सहायक सचिव बदरुराम दुग्गा, जगरुराम दुग्गा आदि अनिष्चितकालीन आंदोलन पर पहुंचे और आंदोलनकारी पंचायत सचिवों से चर्चाकर उनकी मांग का समर्थन करने के साथ ही आंदोलन स्थल से छ.ग.षासन की सत्ता पर आसीन कांग्रेस पार्टी के मुखिया मुख्य मंत्री भुपेष बघेल के लिए संदेष जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पंचायत सचिवों को परिवीक्षा अवधि के पष्चात् षासकीयकरण का जो भरोसा दिलाया था उसे जल्द से जल्द अमल में लाया जाए। ऐसा नहीं करने पर सीपीआई जिला परिशद् नारायणपुर के कम्युनिश्ट पंचायत सचिवों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी संपुर्ण जिम्मेदारी षासन प्रषासन की होगी। वहीं आंदोलनकारी पंचायत सचिवों का मनोबल बढ़ाते हुए कम्युनिश्टों ने कहा कि वे सभी संघर्श करते रहें सीपीआई उनके साथ है।
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