प्रभु यीशु मसीह का पुनरुत्थान पर्व ईस्टर आज राजधानी सहित पूरे छत्तीसगढ़ में पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया । इस मौके पर चर्चाओं में विशेष आराधना हुई। प्रभु यीशु मसीह के जी उठने के मौके पर लोगों ने खुशी मनाई ईस्टर का पर्व मृत्यु पर जीवन के विजय का पर्व है। गुड फ्राइडे को प्रभु यीशु मसीह का बलिदान हुआ था जो उन्होंने मानव जाति के मोक्ष के लिए दिया था। तीसरे दिन यानी कि आज यीशु मसीह मृत्यु पर जय पाकर मृत्युंजय हुए। उसी की याद में यह पर्व मनाया जाता है। आज आज सुबह से ही मसीही कब्र स्थानों में लोग पहुंचना शुरू हो गए थे और उन्होंने अपने पुरखों की समाधि पर फूल मालाएं चढ़ाई। कैंडल जलाई और अगरबत्ती जलाई। उनका स्मरण किया। भौतिक रूप से भी मसीही जनों ने बड़ी तैयारी की । एक दूसरे को बधाइयां दी। ईस्टर एग और केक वितरित किए गए। एक दूसरे को शुभकामनाएं प्रदान की गई। आर्चबिशप विक्टर हेनरी ठाकुर की अगुवाई में कैथोलिक चर्च में और छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप अजय उमेश जेम्स और दिल्ली बिशप स्वरूप की अगुवाई में सीएनआई चर्च में आराधना हुई। इस मौके पर बड़ी संख्या में मसीही जन शामिल हुए । शाम को सेंट पॉल्स कैथ्रेडल के परिसर में युवा सभा द्वारा ईस्टर मेले का आयोजन किया गया। इसमें छत्तीसगढ़ के सचिव नितिन लॉरेंस कोषाध्यक्ष अजय जॉन, मेंबर नागराजू, रुचि चंदेल समेत कई पदाधिकारी भी शामिल हुए।
प्रभु यीशु मसीह का पुनरुत्थान पर्व ईस्टर आज राजधानी सहित पूरे छत्तीसगढ़ में पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया
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