कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले में जूनियर डॉक्टर 42 दिन बाद अपना प्रदर्शन खत्म करके काम पर लौट आए थे। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने काम शुरू करने के बाद बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत को पत्र लिखा है। पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फोरम (डब्ल्यूबीजेडीएफ) के पदाधिकारियों ने पत्र में कहा है कि वह 42 दिनों के बाद काम पर वापस लौट आए, लेकिन उनकी मांगों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। डॉक्टरों ने कहा कि 18 सितंबर को मुख्य सचिव मनोज पंत ने बैठक के दौरान विशेष टास्क फोर्स के समक्ष उनकी प्रमुख मांगों पर सहमति जताई थी। डॉक्टरों ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में खतरे को देखते हुए केंद्रीय जांच समिति के गठन की मांग दोहराई।
+ There are no comments
Add yours