कोयला चोरी के दौरान खदान में मिट्टी धसकने से ग्रामीण ने अस्पताल में तोड़ा दम, चार मौत

Estimated read time 1 min read

कोरबा । दीपका कोयला खदान दुर्घटना में घायल एक और ग्रामीण की मौत हो गई है। लक्ष्मण पोर्ते नामक ग्रामीण को रेस्क्यू टीम ने खदान से बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया था। इस घटना में अब चार मौत हो गई। नाराज ग्रामीणों ने सरईसिंगार के पास चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि मृतक के स्वजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए, परिवार के एक सदस्य को रोजगार, खदानों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम तथा लापरवाह कर्मचारी- अधिकारियों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाए। साऊथ ईस्टर्न कोलफिल़्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की दीपका खदान में कोयला चोरी के दौरान खदान में मिट्टी धसकने के दौरान पांच लोग थे। दो बचे गए थे, उसमें एक को गंभीर को चोटें आई थी, अस्तपाल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। इधर खदान में तीन लोग दबे हुए थे। इन तीनों को निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा था, शु्क्रवार को सुबह दो की लाश मिट्टी दबी हुई मिली, जबकि एक जिंदा निकला। उसे उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया था, पर उसने भी दोपहर को दम तोड़ दिया। इस तरह घटना में चार की मौत हो चुकी है और एक सुरक्षित है। वहीं नाराज ग्रामीणों ने सरईसिंगार के पास चक्काजाम कर दिया। मृतक में शत्रुहन कश्यप, संदीप पोर्ते, लक्ष्मण मरकाम व लक्ष्मण ओढ़े शामिल है। यहां बताना होगा कि एसईसीएल की दीपका खदान के केंवटा डबरी और सुआभोड़ी के बंद पड़े क्षेत्र से नजदीक के ही गांव डिंडोलभाठा में रहने वाले पांच किशोर अमित, लक्ष्मण मरकाम, शत्रुघन कश्यप, संदीप पोर्ते और लक्ष्मण ओढ़े गुरुवार को कोयला चोरी करने घुसे थे। खदान से निकाले गए ओवहरबर्डन (ओबी) में दबे कोयला को छांट कर एकत्रित कर रहे थे। इसके लिए मिट्टी हटा रहे थे। इसी दौरान गहरा सुरंग बन गया और ऊपर की मिट्टी धंसक गई। बताया जा रहा है कि अवैध उत्खनन में लगे पांचों किशोरों में शत्रुघन कश्यप, संदीप पोर्ते और लक्ष्मण ओढ़े मिट्टी के मलबे में दब गए। वहीं पीछे खड़े अमित व लक्ष्मण मरकाम पर कम मलबा गिरा और दोनों किसी तरह बच कर निकल गए। घायल लक्ष्मण को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। रात में ही ग्रामीण खदान में घुस कर हंगामा करने लगे। देर रात खदान पहुंचे कलेक्टर अजीत बसंत व एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने किसी तरह स्थिति संभाली और रात में लाइट की व्यवस्था कर रेस्क्यू आपरेशन चलाया। इसके बाद शुक्रवार को सुबह दो का शव मिला और घायल अवस्था में सुरक्षित मिला था। उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया था, पर उसने भी दम तोड़ दिया।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours